CG Baikunthpur Mitanin Sangh Strike : छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर जहां सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाने में जुटी है. वहीं, दूसरी ओर चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को अधूरा देख प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया. रायपुर के आह्वान पर कोरिया जिले के बैकुंठपुर स्थित प्रेमाबाग मंदिर परिसर में मंगलवार से मितानिन संघ की कोरिया इकाई के पदाधिकारी और सदस्य अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए.
'यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी'
मितानिन संघ की जिला अध्यक्ष अनीता सिंह ने बताया कि हमारी मुख्य मांग है कि मितानिन प्रशिक्षक, ब्लॉक समन्वयक, स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक, एरिया कोऑर्डिनेटर और मितानिन हेल्प फैसिलेटर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में संविलियन किया जाए. इसके साथ ही किसी भी NGO के साथ कार्य न करने की स्वतंत्रता मिले. जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.
'अब हम इस व्यवस्था को नहीं मानेंगे'
संघ की एक अन्य सदस्य ने कहा कि पहले हमें NGO के तहत काम करने के लिए मजबूर किया जाता था, लेकिन अब हम इस व्यवस्था को नहीं मानेंगे. हमारी मांग है कि हमें सीधे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शामिल किया जाए. यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो हम आगे चलकर उग्र आंदोलन करेंगे.
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वादे क्यों है अधूरे?
प्रदेश सरकार के सामने यह हड़ताल एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर रही है. मितानिन कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार ने चुनावी वादे किए थे, लेकिन अब तक उन्हें पूरा नहीं किया गया. इस आंदोलन के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ने की आशंका है. मितानिन संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं होतीं, तो आंदोलन और व्यापक होगा.
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