Lok Sabha Elections: छ: चरणों की वोटिंग समाप्त हो चुकी है. अब 1 जून को सातवें और आखिरी चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. इससे पहले एक के बाद एक कई रहस्य खुलकर सामने आ रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव (LOk Sabha Election) में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की 11 में से 9 सीटों पर भाजपा (BJP) काबिज रही थी, लेकिन इस बार वोटरों ने जिन मुद्दों के आधार पर वोटिंग की है, वह भाजपा के लिए बुरी खबर ला सकती है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ में पहले तीन चरणों में 11 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले गए थे. लिहाजा, यहां मतदान संपन्न हो चुके हैं. ऐसे में वरिष्ठ पत्रकार जुल्फिकार अली ने मतगणना से पहले वोटर के मन की बात जानने की कोशिश की, तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आई. दरअसल, यहां की महिलाओं ने बताया कि उन्होंने महतारी वंदन योजना के नाम पर वोट किया. यानी महिलाओं का वोट भाजपा का गया है. वहीं, जमीन पर कांग्रेस की ओर से एक लाख देने के वादे की भी चर्चा दिख रही है. इसके अलावा, कुछ इलाकों में आरक्षण ख़त्म करने और संविधान बदलने के मुद्दे पर भी लोगों ने मतदान किए हैं, जिससे कांग्रेस को फायदा हो सकता है.
कांग्रेस के मुद्दे की भी दिखाई दे रही है गूंज
लोकसभा चुनाव के बाद लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर लोकसभा पर आरक्षण ख़त्म करने और संविधान बदलने के मुद्दे पर लोगों ने मतदान किया. आपको बता दें कि ये एससी कोटे के तहत आरक्षित सीट है. यहां से फिलहाल भाजपा के सांसद हैं, लेकिन, जिस मुद्दे पर इस बार लोगों ने वोटिंग की है. इससे इस बार ये सीट कांग्रेस के खाते में जाती हुई दिख रही है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के चुनाव में बड़े पैमाने पर लोगों ने बेरोज़गारी और स्थानीय मुद्दों पर भी वोटिंग की है.
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भाजपा की घट सकती है सीट
दरअसल, छत्तीसगढ़ में 2019 में बीजेपी ने 9 और कांग्रेस ने 2 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. लेकिन, इस बार कांग्रेस को कुछ फायदा होता दिख रहा है. छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीट को लेकर पत्रकारों का अनुमान है कि इस बार कांग्रेस के खाते में 3 सीटें जा सकती हैं. राजनांदगांव सीट पर भूपेश बघेल और बीजेपी के संतोष पांडेय के बीच कांटे की टक्कर है. वहीं, दुर्ग और महासमुंद सीट पर जातिगत आधार पर मतदान होने की बात सामने आ रही है. इसके अलावा, कोरबा सीट पर सरोज पांडेय और ज्योत्सना महंत के बीच कम मार्जिन से हार-जीत होने के आसार हैं.