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Chhattisgarh: सरकारी अस्पतालों में Reagent Kit की कमी, सभी ब्लड जांच प्रभावित, इलाज पर भी पड़ रहा है असर

Raipur News: रिएजेंट किट की कमी होने के कारण छत्तीसगढ़ में कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों को परेशानी हो रही है. इसके कारण ब्लड जांच का काम पूरी तरह से रुका हुआ है. लंबे समय से ऐसी हालत होने के बाद भी मामले का संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है. 

Chhattisgarh: सरकारी अस्पतालों में Reagent Kit की कमी, सभी ब्लड जांच प्रभावित, इलाज पर भी पड़ रहा है असर
सांकेतिक फोटो

Lack of Reagent Kits in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) में रिएजेंट किट (reagent kits) की कमी हो गई है... इसकी कमी से ब्लड शुगर टेस्ट (Blood Sugar Test), लिपिड प्रोफाइल, लिवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, हैमेटोलॉजी टेस्ट (हीमोग्लोबिन, रेड और व्हाइट ब्लड सेल्स के स्तर की जांच) जैसी सामान्य और बड़ी जांच नहीं हो पा रही हैं. इससे मरीजों का इलाज प्रभावित है. दरअसल, ये ब्लड सैंपल (Blood Samples) के नमूनों का विश्लेषण करने के लिए विभिन्न केमिकल्स का उपयोग करता है. 

हाई कोर्ट के संज्ञान के बाद भी कोई एक्शन नहीं

सभी सरकारी अस्पतालों की ऐसी हालत लंबे समय से बनी हुई हैं...जिसे लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने भी संज्ञान लिया और स्वास्थ्य विभाग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. आलम ये कि अभी भी इसमें सुधार नहीं हो पाया है, उल्टा अन्य जिला अस्पतालों में भी कमी होने लगी है. रायपुर के अंबेडकर अस्पताल और जिला अस्पताल में लगभग 80% जांचें नहीं हो पा रही हैं.

पत्र लिखने के बाद भी समाधान नहीं

देवपुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और खोला पीएचसी में भी जांच कार्य पूरी तरह से ठप है. रिएजेंट किट की आपूर्ति को लेकर सरकारी अस्पतालों ने संबंधित विभाग को पत्र भी लिखा है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. इससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें निजी लैब का सहारा लेना पड़ रहा है. यह बेहद महंगा साबित हो रहा है. सरकारी अस्पतालों में जांच सेवाएं बहाल करने के लिए तुरंत रिएजेंट किट की आपूर्ति सुनिश्चित करने अब तक सार्थक पहल नहीं हुई है.

इन जिलों में प्रभावित हैं जांच सेवाएं

राजधानी के अलावा बिलासपुर, बलौदा बाजार, कोरबा, दंतेवाड़ा, कवर्धा, गरियाबंद, मुंगेली, नारायणपुर, राजनांदगांव, सुकमा, बलरामपुर, और गौरेला पेंड्रा मरवाही समेत अन्य जिलों में भी रिएजेंट किट की कमी से खून से जुड़ी जांचें बंद हो गई हैं. इस स्थिति से मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

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स्वास्थ्य मंत्री का ये है जवाब

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने बताया, 'रिएजेंट किट की कमी फिलहाल नहीं है. जहां कमी है, उसे जल्द दूर करने के प्रयास लगातार जारी हैं.' उन्होंने मीटिंग के दौरान इस मुद्दे पर विभागीय दिशा निर्देश भी जारी किए हैं. हाई कोर्ट ने सिम्स मेडिकल कॉलेज में जांच न होने पर जवाब मांगा था. मंत्री ने कहा कि सरकार सभी सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है. 

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