Scrap Dealer Murder Korba: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जल्दी धनवान बनने की चाहत और अंधविश्वास ने तीन लोगों को मौत के मुहाने पर पहुंचा दिया...इसमें एक बड़ा स्क्रैप कारोबारी भी शामिल है. दरअसल कोरबा जिले में पुलिस ने फार्म हाउस से एक कबाड़ कारोबारी समेत तीन लोगों का शव बरामद किया है. ये शव कोरबा जिले के निवासी कबाड़ कारोबारी मोहम्मद अशरफ मेमन, सुरेश साहू और दुर्ग जिले के निवासी नीतीश कुमार के हैं. इनकी उम्र 40 से 45 साल के बीच बताई जा रही है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में एक तांत्रिक समेत चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.
करोड़पति बनने का 'शॉर्टकट' बना मौत का फंदा
ये मामला किसी हॉरर फ़िल्म की कहानी से कम नहीं है. पूरी वारदात कोरबा जिले के उर्गा थाना क्षेत्र के कुदरी गांव में हुई. यहां कबाड़ कारोबारी मोहम्मद अशरफ मेमन का फार्म हाउस है.
यानी, सीधे-सीधे 50 गुना पैसा करने का झांसा. इसी 'रकम कई गुना करने' वाले कथित अनुष्ठान की क्रिया के दौरान उनकी मौत हो गई.
गला घोंटकर हत्या या ज़हरखुरानी?
शुरुआती जांच में मौके से पूजा-पाठ की सामग्री और नकदी भी मिली है, जो इस बात की पुष्टि करती है कि यह वारदात किसी तांत्रिक अनुष्ठान से जुड़ी है. कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि बिलासपुर से कथित तौर पर अनुष्ठान करने के लिए आए एक तांत्रिक समेत चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने शुरुआती जांच में आशंका जताई है कि तीनों की गला घोंटकर हत्या की गई है. परिवार वालों ने शवों पर चोट और खरोंच के निशान देखे जाने का दावा किया है. हालांकि, कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने अस्पताल पहुंचने के बाद बताया कि प्रारंभिक तौर पर जहरखुरानी की बात सामने आ रही है. असली कारण क्या है, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा.
'लालच बुरी बला' और अंधविश्वास का ख़ौफ़नाक अंजाम
कुल मिलाकर 5 लाख रुपये को 2.5 करोड़ रुपये बनाने का 'गेम' इतना ख़ौफ़नाक साबित होगा ऐसा शायद ही किसी ने सोचा होगा. पुलिस फिलहाल सभी हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है और मामले की विस्तृत जांच जारी है. यह घटना एक बार फिर बताती है कि लालच और अंधविश्वास में पड़कर लोग कितनी बड़ी गलती कर बैठते हैं. लोग ये क्यों नहीं मानते कि धनवान बनने का कोई शॉर्टकर्ट नहीं होता.