
Chhattisgarh News: कोरिया के जिला अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश पर जाने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. प्रबंधन के अनुसार अस्पताल से करीब 8 MBBS डॉक्टरों ने पीजी की तैयारी के लिए छुट्टी ली है. मार्च में पीजी की परीक्षा है जिसे लेकर कई डॉक्टर बिना बताए अस्पताल से चले गए हैं. कई डॉक्टर बिना अनुमति आवेदन देकर छुट्टी पर हैं. इससे अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी को लेकर मुश्किल खड़ी हो गई है.
जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी के लिए हैं कम डॉक्टर
जूनियर डॉक्टरों के छुट्टी पर जाने से जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी को संभालने की जिम्मेदारी गिनती के डॉक्टरों पर आ गई है. इससे एक-एक डॉक्टर की ड्यूटी 24 घंटे तक लगाई जा रही है. बता दें कि अस्पताल में डॉक्टर व स्टॉफ के समय पर अस्पताल नहीं आने की शिकायत पर बुधवार को कलेक्टर कोरिया ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था. इस दौरान समय पर नहीं पहुंचने वाले डॉक्टर व स्टॉफ को शो-कॉज नोटिस भी जारी किया गया था.
वहीं मंगलवार को जिला पंचायत सीईओ भी अस्पताल की व्यवस्था को देखने पहुंचे थे, इवनिंग ओपीडी में नहीं आने वाले डॉक्टरों को सीएमएचओ ने नोटिस भी जारी किया था, फिर भी व्यवस्था में खास सुधार देखने को नहीं मिला. अब जूनियर डॉक्टरों के पीजी की तैयारी को लेकर अस्पताल से सामूहिक छुट्टी पर जाने से अस्पताल में व्यवस्था बिगड़ गई है.
अब इमरजेंसी ड्यूटी कौन करेगा...
बता दें कि अस्पताल में सीनियर्स डॉक्टरों की संख्या ज्यादा है. करीब 10 से अधिक डॉक्टर क्लास 1 कैटेगरी में है. ऐसे में इमरजेंसी ड्यूटी को लेकर मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं. जूनियर डॉक्टर्स की कमी होने के कारण अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी कौन करेगा प्रबंधन के लिए यह भी एक समस्या है.
अस्पताल में हैं 10 से ज्यादा सीनियर्स डॉक्टर्स
अस्पताल में वर्तमान में सिविल सर्जन डॉ आशीष करन समेत 1 स्त्री रोग विशेषज्ञ, 2 अस्थि रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ में 2 डॉक्टर, नेत्र रोग विशेषज्ञ में 2 डॉक्टर और करीब 9 चिकित्सा अधिकारी हैं. सीएमएचओ डॉ आर एस सेंगर ने कहा कि अस्पताल से कुछ जूनियर डॉक्टर बिना बताए चले गए हैं, कुछ आवेदन दिए हैं, मार्च में पीजी की परीक्षा है, समस्या हमारे पास इमरजेंसी ड्यूटी को लेकर आ रही है, व्यवस्था संभालने का प्रयास किया जा रहा है.
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