Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर जिले (Bilaspur District) में रेत माफियाओं का हौसला बहुत बड़ा गया है. खनिज विभाग से उन्हें अब कोई कोई डर नहीं लगता.यूं तो विभाग वाह-वाही लूटने के लिए छोटे रेत माफियाओं पर कार्रवाई कर तो करती है लेकिन बड़े स्तर पर हो रहे रेत खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने से कतराती है.जिसके कारण इन बड़े अवैध रेत खनन करने वाले उन माफियाओं हौसले कितने बुलंद हैं.
गर्मी के समय अवैध खनन जोरों पर
अरपा नदी को बिलासपुर की जीवनदायिनी कही जाती है. गर्मी के समय यह नदी सूख जाती है और इस समय नदी से रेत माफिया रेत का अवैध खनन और परिवहन का काम जोरों से करने लगते हैं. रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का मामला आपने सुना ही होगा लेकिन आज हम इन तस्करों के कारनामे और मुनाफे के लालच में किए गए बड़ी लापरवाही का मामला बताने जा रहे हैं. जहां हाईटेंशन बिजली के टावर लगाए गए हैं वहीं टावर के चारों तरफ की मिट्टी और रेत को तस्करों ने खोखला कर दिया है. यह टॉवर किस कंपनी की है और कितने वाट की बिजली सप्लाई होनी है यह स्पष्ट नहीं है मगर कुछ लोगों के अनुसार बिलासपुर तुर्किडाही से होकर कोरबा से रायपुर की ओर 1600 मेगा वाट बिजली की सप्लाई होनी है. जिसका काम अभी भी अधूरा है.
अरपा नदी को कर दिया छलनी
ग्रामीणों का कहना कि अवैध खनन करने वाले तस्करों ने तो अरपा नदी को छलनी कर ही दिया है. साथ ही हाईटेंशन टावर की जड़ों को भी खोखला कर दिया है. जिससे कोई बड़ी अनहोनी घटना भी घट सकती है. बहरहाल देखना होगा जिला प्रशासन और जिले की बिजली विभाग इस मामले में किस तरह संज्ञान लेता है और इन रेत माफियाओं पर कब तक कार्रवाई की जाती है.
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