
Vishnudev Sai News: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सोमवार को बिलासपुर के गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (Guru ghasidas Central University) में आयोजित बाबा घासीदास की जयंती समारोह (Ghasidas birth anniversary celebrations) और कुल उत्सव में शामिल हुए. इस मौके पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बाबा का सामाजिक समरसता एवं समानता का संदेश आज अधिक प्रासंगिक एवं सार्थक है. उनके उपदेश का असर है कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सामाजिक समरसता बनी हुई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा के बताए रास्ते पर चलकर छत्तीसगढ़ सरकार सामाजिक समरसता को और समृद्ध करने का प्रयास करेगी. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आलोक कुमार चक्रवाल ने की. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुलपति द्वारा संपादित किताब ‘गुरु घासीदास सतनाम पंथ के प्रवर्तक' का विमोचन भी किया और विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र -छात्राओं को सम्मानित भी किया.
मुख्यमंत्री ने बाबा के संदेश को सराहा
मुख्यमंत्री साय ने बाबा घासीदास जयंती की सभी को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद शैक्षणिक संस्थाओं के अंतर्गत घासीदास विश्वविद्यालय में पहला कार्यक्रम बना है. विशाल स्तर पर जयंती समारोह आयोजित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन को बधाई दी और कहा कि 18वीं सदी में देश में सामाजिक भेदभाव एवं छुआछूत की भावना चरम पर थी. समाज में ऊंच-नीच की भावना जड़े जमाए बैठी थी. ऐसे हालात में बाबा घासीदास का अवतरण हुआ. उन्होंने मनखे-मनखे एक समान का उपदेश देकर सामाजिक समरसता का सूत्रपात किया. हमें गर्व है कि बाबा घासीदास के नाम पर पूरे देश का एकमात्र विश्वविद्यालय बिलासपुर में है.
छत्तीसगढ़ को समृद्ध राज्य बनाने का लिया संकल्प
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बाबा के आशीर्वाद एवं जनता के सहयोग से छत्तीसगढ़ को और समृद्ध राज्य बनाएंगे. प्रकृति ने छत्तीसगढ़ की भूमि को उर्वर बनाया है. यहां खनिज एवं वन संसाधनों की बहुलता है. छत्तीसगढ़ को देश का नम्बर वन राज्य बनाने के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी. उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों के अन्य प्रकल्पों पर काम के लिए विश्वविद्यालय की सराहना की. मुख्यमंत्री ने जयंती के अवसर पर कॉलेज के एनएसएस इकाई द्वारा ब्लड डोनेशन कैंप का भी शुभारंभ किया. 2 सौ यूनिट ब्लड संकलन का लक्ष्य इस शिविर में रखा गया है. मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में बच्चों के लिए संचालित सस्ते कैंटीन की प्रशंसा की. दरअसल, यहां मात्र 10 रुपए में बच्चों को भरपेट एवं गुणवत्ता पूर्ण भोजन परोसी जाती है. फिलहाल, 600 बच्चे इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने घासीदास विश्वविद्यालय का राजधानी में विस्तार के लिए पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया.
डिप्टी सीएम शर्मा ने बाबा के मार्ग पर चलने का किया आह्वान
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी समारोह को सम्बोधित किया. उन्होंने बाबा गुरु घासी दास के संदेश पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने 18 लाख आवासहीन परिवारों को मकान देने का निर्णय लिया है. ये सब पिछले पांच साल से मकान को लेकर काफी परेशान थे. राज्य सरकार ने मकान देने में काफी सहानुभूति पूर्वक निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि बाबा ने अपने संपूर्ण जीवन काल में सामाजिक समरसता बनाने और विषमता को दूर करने का काम किया है. उनको सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब हम सब उनके बताए रास्ते पर चलकर समृद्व छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे.
कुलपति भी हुए बाबा की शिक्षा के कायल
कुलपति आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को गर्व है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वे पहले दौरे पर हमारी शैक्षणिक संस्थान में आए हैं. उन्होंने कहा कि मनखे-मनखे एक समान का बाबा का संदेश अभूतपूर्व है. उनके संदेशों की भावना को हमारे संविधान में भी शामिल किया गया है. जिसके कारण देश आज तरक्की के नए आयाम छू रहा है.
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सीएम साय ने बाबा की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरु घासीदास बाबा की जयंती पर गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित बाबा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सादर नमन किया. उन्होंने छत्तीसगढ़ की खुशहाली एवं समृद्धि के लिए बाबा से आशीर्वाद लिया. कार्यक्रम में हजारों की संख्या में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद साय का किसी शैक्षणिक संस्थान में पहला दौरा था, जिससे छात्र-छात्राओं में अभूतपूर्व उत्साह था. प्रतिमा स्थल पर छात्रों ने पंथी नृत्य से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का स्वागत किया. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला एवं गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार चक्रवाल भी मौजूद थे.
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