Chhattisgarh News : देश का टॉप मोस्ट वांटेंड नक्सली माडवी हिड़मा का गांव एक बार फिर चर्चा में हैं. 16 अगस्त को प्रदेश के डिप्टी CM विजय शर्मा हिड़मा के गांव पूवर्ती पहुंचे. बता दें कि यहां पर आज तक कोई मंत्री नहीं आया. हिड़मा के गाँव में आज़ादी के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा पहुँचे जहां ज़मीन पर बैठ उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से चर्चा की और उनका हाल जाना. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूवर्ती गांव के निवासियों से ज़मीन पर बैठकर बातचीत की और उनकी समस्याओं का हाल जाना.
कई लोग रहे मौजूद
इस दौरान उनके साथ बस्तर ICP, सुंदरराज, सुकमा कलेक्टर हरिस एस, SP किरण चव्हाण, ज़िला पंचायत CEO नम्रता जैन, CRPF DIG आनंद, CRPF 150वीं बटालियन के कमांडेंट आर. सी. शुक्ला, ASP नक्सल ऑपरेशन निखिल राखेचा और CRPF कोबरा 201 बटालियन के अधिकारी भी मौजूद थे.
डिप्टी CM ने लिया जायज़ा
उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सरकार की योजनाओं की पहुंच के बारे में जानकारी ली और नय्यद नेलानार योजना की समीक्षा की. उन्होंने ग्रामवासियों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए ज़रूरी निर्देश दिए. इस दौरान उपमुख्यमंत्री पूवर्ती ग्राम के उचित मूल्य दुकान का निरीक्षण किया और सही मात्रा में मिलता है कि नहीं इसकी जानकारी ली.
कौन है माडवी हिड़मा ?
गौरतलब है कि माडवी हिड़मा को साल 2010 के बाद से बस्तर और आसपास के इलाकों में हुई नक्सली घटनाओं का मास्टरमाइंड माना जाता है. हिड़मा के समूह में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं. जानकारों के मुताबिक, दुबली-पतली, लेकिन फुर्तीली कद-काठी वाले हिड़मा को माओवादी गुट में उसकी तेज़ बुद्धि और सीखने की क्षमता के कारण महज 16 साल की उम्र में बच्चों की विंग का अध्यक्ष बना दिया गया था.
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