Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) जिले के जगदलपुर शहर से लगे बारूपाटा गांव से एक निर्दयी मां की अपनी नवजात बच्ची (Newborn Baby) के साथ दिल दहला देने वाली क्रूरता की कहानी सामने आई है. निर्दयी मां ने अपनी नवजात बच्ची को मरने के लिए चूहे के बिल में छोड़ दिया. इतना ही नहीं मां ने बच्ची को चूहे के गड्ढे में डालने के बाद ऊपर से मिट्टी भी डाल दी. बस्तर में यह कृत्य उस वक्त किया जा रहा था जब पूरा देश रामलला (Ramlala) के स्वागत में भावविभोर हुआ पड़ा था.
लेकिन कहते हैं ना 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय. मंगलवार सुबह जंगल के पास से गुजरते कुछ ग्रामीणों को बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी जिसके बाद आसपास ढूंढ़ने पर ग्रामीणों को चूहे के बिल के अंदर मिट्टी में दबी नवजात नजर आई.
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लोकलाज के डर से बेटी को किया दफन
पूरा मामला बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक का है, जहां बारुपाटा गांव में रहने वाली युवती का गांव के एक युवक से प्रेम संबंध था. युवती के गर्भवती होने के बाद युवक ने शादी करने से इनकार कर दिया था. 22 जनवरी की शाम युवती ने एक मासूम को जन्म दिया, लेकिन लोकलाज के डर से मां ने नवजात को मारने का फैसला लिया और पास लगे जंगल में मरने के लिए उसे छोड़ आई. सुबह जब ग्रामीण वहां से गुजरे तो उन्हें बच्ची के रोने की आवाज आई. उन्होंने बच्ची को बाहर निकाल कर इसकी सूचना सरपंच को दी. सरपंच के माध्यम से यह जानकारी पुलिस और 108 को मिली तो 108 ने बच्ची को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है.
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क्रूर मां के खिलाफ मामला दर्ज
बच्ची को जिंदा दफनाने के मामले में कोडेनार थाना प्रभारी मो. तारिक ने बताया कि ग्रामीणों की ओर से घटना की जानकारी देने के बाद गांव में हड़कंप मच गया. तभी गांव के ही एक व्यक्ति ने सामने आकर यह जानकारी दी कि नवजात उनकी नाती है जिसे उसकी बिन ब्याही बेटी ने देर रात जन्म दिया है. दोषी मां की जानकारी मिलते ही पुलिस की ओर से युवती को तत्काल नवजात बच्ची के पास अस्पताल पहुंचाकर उसके खिलाफ धारा 317 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है. थानाप्रभारी के अनुसार युवती से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.