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33000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा कर भूल गई सरकार, अब प्रशिक्षित B.Ed-D.Ed संघ ने ऐसे कराया याद

Chhattisgarh Teacher Recruitment: छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड और डीएड संघ के जिला अध्यक्ष  मितेश कुमार साहू ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में प्रदेश भर में 57000 शिक्षकों की भर्ती किए जाने का उल्लेख था. जिस पर भरोसा करते हुए सभी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान किया था, लेकिन सरकार बनते ही सरकार ने उनकी मांगों को दरकिनार कर दिया है.

33000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा कर भूल गई सरकार, अब प्रशिक्षित B.Ed-D.Ed संघ ने ऐसे कराया याद

CG Teacher Recruitment:  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly election) के दौरान भाजपा (BJP)  ने सत्ता में आने के प्रदेश के बेरोजगारों को रिझाने के लिए सत्ता में आने पर 57 हजार शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था. इसके बाद सत्ता में आने पर खुद शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrwal) ने विधानसभा में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती (Teacher Recruitment) का ऐलान किया था. लेकिन, इसके बाद सरकार इस को अमली जामा पहनाना भूल गई. सरकार के इस रवैये ने प्रदेश के बेरोज़गारों का पारा बढ़ा दिया है.

छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड और डीएड संघ ने शिक्षकों की भर्ती की मांग को लेकर गुरुवार को भाजपा सरकार को कोसते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा जिले के रुद्री चौक से पैदल नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. दरअसल, छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड और डीएड संघ की तीन प्रमुख मांगे हैं. इनमें पहली मांग ये है कि प्रदेश के स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के 33000 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द प्रारंभ की जाए, जिसमें सभी संकाय व विषय के पद सम्मिलित हो.

ये हैं इनकी प्रमुख मांगें

दूसरी मांग यह है कि शिक्षक वर्ग 2 की भर्ती विषयवार हो और तीसरी मांग यह है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों स्कूलों को बंद किए जाने का सरकार का फैसला स्थगित नहीं, निरस्त हो. वहीं, इस मांग को लेकर प्रदर्शनकारी भाजपा सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए अपनी मांगे रखी. यह भी कहा कि धमतरी जिले में लगातार स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है, जिसे सरकार नजरअंदाज कर रही है. जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे कमजोर होते जा रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भाजपा सरकार नहीं बनी थी, तब शिक्षक भर्ती की बात कही जा रही थी और जब सरकार बन गई है, तो भर्ती प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ रही है. वहीं, यह भी कहा गया कि अगर उनकी तीनों मांगों को पूरा जल्द नहीं किया जाता है, तो आगामी आने वाले चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा. साथ ही उग्र प्रदर्शन भी किया जाएगा, अगर ऐसा होता है, तो इसकी जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी.

सरकार को वादों की दिलाई याद

छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड और डीएड संघ के जिला अध्यक्ष  मितेश कुमार साहू ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में प्रदेश भर में 57000 शिक्षकों की भर्ती किए जाने का उल्लेख था. जिस पर भरोसा करते हुए सभी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान किया था, लेकिन सरकार बनते ही सरकार ने उनकी मांगों को दरकिनार कर दिया है. इसकी वजह से छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड और डीएड संघ  प्रदर्शन के माध्यम से सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने का प्रयास कर रहा है.

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वहीं, डिप्टी कलेक्टर  बीएस मरकाम ने कहा कि संघ  ने शिक्षक भर्ती वह तीन मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि इसे मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया जाएगा. आगे जो शासन का निर्णय  होगा, वह अपने स्तर पर करेंगे. वहीं, चुनाव बहिष्कार की बात पर यह कहां कि जो भी बात है उसका निर्णय होगा वह शासन करेगी इसमें जिला प्रशासन कुछ भी नहीं कर सकता.

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