Anti Naxal Operation: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलो में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी मुहिम को सोमवार को बड़ी सफलता मिली जब 25 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया. बता दें, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान ऐलान किया था कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त हो जाएगा.
मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने बीजापुर के दो युवकों को उतारा मौत के घाट
गौरतलब है रविवार को बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा दो युवकों को सरकार की मुखबिरी के आरोप में मौत के घाट उतार दिया गया था. रविवार को नक्सलियों ने एक जन अदालत में दोनों युवकों को सजा-ए-मौत की सजा सुनाया गया और उसके बाद दोनों युवकों की हत्या कर दी गई थी.
सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर चुके नक्सलियों में कुछ पीएलजीए पार्टी के मेंबर
रिपोर्ट के मुताबिक सरेंडर के बाद नक्सलियों ने कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण-पुनर्वास नीति और बीजापुर पुलिस के ‘नियद नेल्ला नार' योजना से प्रभावित होकर उक्त कदम उठाया है. सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर करने वाले कुछ नक्सली पीएलजीए पार्टी के मेंबर बताए जा रहे है.
सरेंडर कर चुके 25 नक्सलियों में से 3 सिर पर घोषित था 8-8 लाख का इनाम
उल्लेखनीय है सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 3 नक्सलियों के सिर पर 8-8 लाख रुपए का इनाम घोषित था, जबकि सरेंडर करे वाले डिप्टी कमांडर पर 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था.सरेंडर करने वालों में 1-1 लाख रुपए के दो इनामी माओवादी शामिल हैं.
माओवादियों ने सीआरपीएफ और बीजापुर के संयुक्त अभियान के तहत सरेंडर किया
बीजापुर एसपी ने बताया कि सरेंडर कर चुके नक्सिलयों ने सीनियर माओवादियों की प्रताड़ना से तंग आकर, मानसिक-शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर समाज की मुख्य धारा में लौटने का फैसला किया है. ये सभी सामान्य जीवन जीना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि सभी माओवादियों ने सीआरपीएफ और बीजापुर के संयुक्त अभियान के तहत सरेंडर किया है.
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