
Naxalite Surrender in Bijapur: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. बीजापुर जिले में 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपये के इनामी 103 नक्सलियों ने दशहरा के अवसर पर हथियार छोड़ दिए और मुख्यधारा में लौट आए. बता दें कि बीजापुर में इस वर्ष कुल 410 नक्सलियों सरेंडर किया है. समर्ण करने वाले माओवादियों को 50-50 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. उन्होंने अपने हथियार भी सुरक्षाबलों के हवाले कर दिए हैं. इसके अलावा जिले में ही गंगालूर क्षेत्र में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर हो गया. उसका शव और हथियार बरामद हो गया है. मृतक की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है.
आत्मसमर्पण करने वाले 49 माओवादियों पर कुल 1.63 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था. हथियार डालने वाले माओवादियों में 22 महिलाएं भी शामिल हैं.

ये हैं इनामी नक्सली
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में शामिल डिविजनल कमेटी सदस्य लच्छु पूनेम ऊर्फ संतोष (36), प्लाटून पार्टी कमेटी सदस्य गुड्डू फरसा उर्फ विजय (30), भीमा सोढी उर्फ कमल सिंह (45), कंपनी नंबर 10 की पार्टी सदस्या हिडमे फरसा उर्फ मीना (26) और कंपनी नंबर एक की पार्टी सदस्या सुखमती ओयाम (27) पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था.
इनके अलावा आत्मसमर्पण करने वाले चार माओवादियों के पर पांच-पांच लाख रुपये, 15 माओवादियों पर दो-दो लाख रुपये, 10 माओवादियों पर एक-एक लाख रुपये, 12 माओवादियों पर 50-50 हजार रुपये और तीन माओवादियों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
अब तक इतने नक्सली मारे गए और सरेंडर किया
इस साल अब तक 421 नक्सली गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि 410 ने सरेंडर किया है. वहीं, 137 अलग-अलग जिलों में अलग मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. इसी तरह 1 जनवरी 2024 से अब तक माओवादी घटना में शामिल 924 माओवादी गिरफ्तार हुए हैं. वहीं, 599 ने आत्मसमर्पण किया और अलग-अलग मुठभेड़ में कुल 195 नक्सली मारे गए हैं.
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लागू की गई नक्सल उन्मूलन नीति और ‘नियद नेल्लानार' योजना ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
धर्म और न्याय की विजय का प्रतीक विजयादशमी का पावन पर्व आज प्रदेश में हिंसा और भ्रम के अंधकार पर विकास और सुशासन की विजय का भी प्रतीक बन गया।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) October 2, 2025
हमारी सरकार की "आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025" और "नियद नेल्ला नार योजना" ने लाल आतंक के भ्रम से भटके लोगों के दिलों में विश्वास का…
पुनर्वास नीति की विशेषताएं
आत्मसमर्पण करने वालों को ₹50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है.
पुनर्वास के तहत रोजगार, शिक्षा और सामाजिक पुनर्स्थापन की व्यवस्था की जाती है.
आत्मसमर्पित माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिलता है.
समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील
बीजापुर पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने माओवादियों से अपील की है कि वे शासन की पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं और शांतिपूर्ण एवं सम्मानजनक जीवन की ओर अग्रसर हों. उन्होंने कहा कि सरकार की पुनर्वास नीति माओवादियों को आकर्षित कर रही है. आत्मसमर्पण करने वालों के परिजन भी चाहते हैं कि वे सामान्य जीवन जिये और समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें. उन्होंने माओवादियों से आग्रह किया कि वे भ्रामक विचारधाराओं को त्यागें और निर्भय होकर समाज की मुख्यधारा में लौटें.
CM साय का भी आया बयान
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी एक्स पर पोस्ट कर कहा, धर्म और न्याय की विजय का प्रतीक विजयादशमी का पावन पर्व आज प्रदेश में हिंसा और भ्रम के अंधकार पर विकास और सुशासन की विजय का भी प्रतीक बन गया. हमारी सरकार की "आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025" और "नियद नेल्ला नार योजना" ने लाल आतंक के भ्रम से भटके लोगों के दिलों में विश्वास का दीप जलाया है. "पूना मारगेम अभियान" से प्रेरित होकर बीजापुर में कुल 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।.आत्मसमर्पण करने वालों में से 49 नक्सली वे भी हैं, जिन पर कुल 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपए तक के इनाम घोषित थे.
ये हैं सरेंडर करने वाले नक्सली
1. लच्छु पूनेम
2. गुड्डू फरसा
3. भीमा सोढी
4. हिडमे फरसा
5. सुखमती ओयाम
6. अर्जुन माडवी
7. मुका कुंजाम
8. पाकली पुनेम
9. सुकली सोढी
10. हिडमे मोडियम
11. बोमडू बारसा
12. लालू कुंजाम
13. गागरू ओयाम
14. रामचन्द्र अटामी
15. बक्सू अटामी
16. मुडे कश्यप
17. मोटू कड़ियम
18. ज्योति कोरसा
19. बुधरी ओयाम
20. घासीराम वेको
21. बुधराम मड़कम
22. लच्छू ओयाम
23. मीनूराम अटामी
24. मंगूराम कड़ियाम
25. सोमलूराम बारसा
26. राजूराम पोयाम
27. रामसिंह ओयाम
28. सोमारू फरसा
29. घेना राम भोगामी
30. बुधरी पोटाम
31. मीनूराम जुर्री
32. शामली उरसा
33. पाकली कोरसा
34. पाकली ओयाम
35. पिलसाय वेट्टी
36. आयतू मड़कम
37. सोनारू भास्कर
38. मुंगडू माडवी
39. दलसाय जुर्री
40. सोनूराम कश्यप
41. कमला लेकाम
42. सोनू पुनेम
43. रमेश अटामी
44. बामनराम वेको
45. जमली मोडियम
46. बिच्छेम कोरसा
47. सुक्कू कोरसा
48. मंगू कोरसा
49. राजू कोरसा
50. बीजो कुंजाम
51. अर्जुन कोरसा
52. मोनूराम किसके
53. कमलेश उरसा
54. भीमा कुंजाम
55. मोटू कुंजाम
56. जिला पुनेम
57. राजू कुंजाम
58. अर्जुन पुनेम
59. सन्नू पुनेम
60. सुदरू हपका
61. भीमो वेको
62. गोपी कुंजाम
63. सोमलू वेको
64. सुखलाल पुजारी
65. पाली ओयाम
66. चती जुर्री
67. आशाराम कुंजाम
68. पण्डरू पोयाम
69. सुदरू फरसा
70. जग्गूराम ओयाम
71. रंदू राम फरसा
72. बोमडा फरसा
73. पोदिया फरसा
74. राजू फरसा
75. हड़मा ओयाम
76. राजूराम फरसा
77. लक्ष्मण कोवासी
78. ललिता ओयाम
79. परमेश माडवी
80. बीजू लेकाम
81. मुन्ना तामो
82. राजमन लेकाम
83. विनोद अत्रा
84. सुखराम कर्मा
85. मंगल कोरसा
86. लायसूराम अटामी
87. बचलू कड़ियम
88. सामो कोरसा
89. बुधराम वेको
90. सोनारू भोगाम
91. लक्ष्मण पोयाम
92. मीटू हपका
93. मेहतर मांझी
94. रीता कड़ती
95. बुधरू फरसा
96. छोटू हेमला
97. जुगलो सोढी
98. मनेश यादव
99. सुरेश कुमार वेको
100. शिवनाथ बारसा
101. सीताराम पुनेम
102. सुक्कू कोडमे
103. मासा कुरसम