Anti Naxal Operation: देश में नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान अंतिम मोड़ पर है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश से नक्सलवाद के सफाए के लिए मार्च, 2026 तारीख मुकर्रर की है. इसी के मद्देनजर सुरक्षा बलों ने रविवार को नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन का नया ऑपरेशन कैंप स्थापित किया है.
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अब अंतिम सांसें गिन रहा है नक्सल आंदोलन
गौरतलब है छत्तीसगढ़ में नक्सली आंदोलन अब अंतिम सांसें गिन रहा है. अगले साल तक नक्सलियों को खत्म करने की जिम्मेदारी सुरक्षाबलों पर है. सुरक्षाबल लगातार नक्सल प्रभावित जिलों में न सिर्फ नक्सलियों का सफाया कर रहे हैं, बल्कि नक्सल प्रभावित इलाकों में रहने वालों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रहे हैं.
कमलापुर में नए ऑपरेशन कैंप की स्थापना
रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले के उसूर और बासागुड़ा थाना क्षेत्र के गांव कमलापुर, मुरूडबाका, तुमरेल, पावरगुड़ा, रेखापल्ली सहित आसपास के इलाके कई दशकों से नक्सल हिंसा से प्रभावित रहे हैं,जिनकी आंतरिक सुरक्षा, जनसुरक्षा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सीआरपीएफ द्वारा महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है.
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पुलिस उप महानिरीक्षक ने कैंप का उद्घाटन
सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन द्वारा स्थापित कैंप से क्षेत्र में सुरक्षा बलों की स्थायी उपस्थिति सुनिश्चित होगी, जिससे ग्रामीण स्वयं को अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे और विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी कर सकेंगे. उद्घाटन के पश्चात पुलिस उप महानिरीक्षक बीएस नेगी ने कमलापुर का भ्रमण किया.
जल्द नक्सल मुक्त बनने की ओर अग्रसर होगा
ग्रामीणों को बताया गया कि कैंप की स्थापना से क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा मिलेगा. यह इलाका धीरे-धीरे नक्सल मुक्त बनने की ओर अग्रसर होगा. अधिकारियों ने ग्रामीणों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि किसी भी समस्या या सूचना के लिए वे निर्भय होकर सुरक्षा बलों से संपर्क कर सकते हैं.
सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन से 24 घंटे निगरानी
उल्लेखनीय है सुरक्षा की दृष्टि से इस ऑपरेशन कैंप को तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था से सुसज्जित किया गया है. कैंप और आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है. कैंप में तैनात सीआरपीएफ के जवान उच्च स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त हैं और हर प्रकार की सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
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