Chhattisgarh Assembly Election 2023: कांग्रेस पार्टी (Congress Party )मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और छत्तीसगढ़ में जातिगत जनगणना को बहुत जोर-शोर से उठा रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने बिहार में जातीय सर्वेक्षण रिपोर्ट आने पर कहा था कि जिसकी जितनी जनसंख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी. इसके बाद से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लगातार सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए जातिगत जनगणना के आंकड़े को जारी करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बना रहे हैं. ऐसे में ओबीसी के ज्यादा प्रत्याशी मैदान में उतारने का पार्टी पर दबाव बढ़ गया है.
दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ चुनाव में जातिगत जनगणना कराने का वादा किया है. हालांकि, बीते चार विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में उतारे गए ओबीसी उम्मीदवारों पर नजर डालने तो पता चलता है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा कांग्रेस से ज्यादा ओबीसी उम्मीदवारों पर दांव लगाती रही है.
भाजपा ने 29 ओबीसी उम्मीदवार उतारकर बनाया दबाव
चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. भाजपा 85 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है, जिसमें 51 अनारक्षित सीट पर 29 ओबीसी प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. हालांकि, 5 सीट पर प्रत्याशी की घोषणा अभी बाकी है. इन सीटों के समीकरण के अनुसार 2 सीट और ओबीसी के खाते में जाने की संभावना है. इस तरह भाजपा ने पहली बार इतनी बड़ी संख्या में ओबीसी प्रत्याशियों को टिकट देकर राहुल गांधी के ओबीसी कार्ड की हवा निकालने की रणनीतिक पांसा फेंक दिया है. ऐसे में अब कांग्रेस पर दबाव बन गया है कि कांग्रेस भाजपा से ज्यादा ओबीसी को टिकट देकर ये साबित करे कि वो भाजपा से ज्यादा ओबीसी की हितैषी है.
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कांग्रेस ने ओबीसी को ज्यादा टिकट देने के लिए संकेत
ओबीसी को टिकट देने में अब तक कांग्रेस से आगे रही है बीजेपी
बीते चार चुनाव को देखे तो भाजपा कांग्रेस से ज्यादा ओबीसी को टिकट देती रही है. साल 2003 में कांग्रेस ने 18 प्रत्याशी ओबीसी से उतारी थी. वहीं, भाजपा ने 22 ओबीसी उम्मीदवारों पर भरोसा जताया था. 2008 के चुनाव में कांग्रेस ने 17 ओबीसी प्रत्याशी बनाए थे, जबकि भाजपा ने 25 ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को टिकट दिया था. 2013 के चुनाव में दोनों ही पार्टियों ने 20-20 ओबीसी प्रत्याशी मैदान में उतारे थे. 2018 चुनाव में कांग्रेस ने 19 तो भाजपा ने 25 ओबीसी वर्ग को टिकट दिया था. 2023 में भाजपा अभी तक 90 में 85 सीट में 29 ओबीसी वर्ग को टिकट दे चुकी है.
भाजपा ने कांग्रेस को दिया ये चैलेंज
वहीं, छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस ओबीसी जनगणना पर राजनीति कर रही है. कांग्रेस चुनाव में आबादी के अनुसार ओबीसी प्रत्याशी उतार कर दिखाएं. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा हमेशा ओबीसी के साथ रही है. छत्तीसगढ़ में भाजपा ओबीसी को हमेशा प्रतिनिधित्व देती रही है.
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