Chhattisgarh Assembly Election 2023: मुख्यमंत्री पद के दावेदार समझे जाने वाले छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdev) ने रविवार को कहा कि कांग्रेस की राज्य इकाई एक परिवार की तरह एकजुट है. उन्होंने कहा कि यदि पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है, तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ही शीर्ष पद के लिए सबसे आगे' होंगे. उन्होंने कहा कि आलाकमान की ओर से लिया गया कोई भी फैसला कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता को स्वीकार्य होगा.
सिंहदेव अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव मैदान में हैं. मुख्यमंत्री पद के ढाई-ढाई साल के कार्यकाल की खबरों के बीच उन्होंने कहा कि बघेल और मैं खुद अपने समर्थकों की ओर से जबरदस्त दबाव का दौर देखा था, लेकिन उन्होंने कभी भी इसका शासन-प्रशासन पर किसी भी तरह से प्रभाव नहीं पड़ने दिया. उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि यदि कांग्रेस को केवल पांच साल में किए गए कल्याणकारी कार्यों के दम पर विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत नहीं मिलता है, तो उन्हें निराशा होगी.
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सीएम पद के लिए संघर्ष को किया खारिज
पिछले पांच वर्ष में सरकार के कार्यकाल के दौरान उनके और मुख्यमंत्री बघेल के बीच अनबन की खबरों के बारे में पूछे जाने पर सिंहदेव ने कहा कि ऐसा कोई मतभेद नहीं है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा मामला मीडिया में छाया हुआ था. ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद साझा करने की बात थी और इससे हम दोनों पर बहुत दबाव बना. मेरे कार्यकर्ता और सहयोगी मुझे फोन कर रहे थे. 100 से अधिक कॉल का मुझे जवाब देना पड़ रहा था. मैंने अपने समर्थकों से कहा था कि यह फैसला करना आलाकमान का काम है. यह उनका फैसला है. ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसके बारे में मुझे जानकारी हो.
आलाकमान का फैसला सभी को होगा मंजूर
इस मौके पर सिंह देव ने छत्तीसगढ़ कांग्रेसे के एकजुट होने का दावा किया. उन्होंने कहा कि जैसे कोई परिवार होता है. हम सभी के परिवार हैं, हमारे माता-पिता, पति-पत्नी का रिश्ता है. हमारे भाई-बहन के बीच रिश्ते हैं. दोस्तों के बीच रिश्ते हैं. क्या सब कुछ हमेशा सही होता है. हमेशा सब सही नहीं होता, यह मानव स्वभाव का हिस्सा है, जो कभी कभी बदलता है और हमें इतना परिपक्व होना होता है कि संबंध मजबूत बनें. यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा घोषित नहीं किया है, लेकिन मौजूदा मुख्यमंत्री बघेल इस दौड़ में सबसे आगे हैं, सिंहदेव ने कहा कि बघेल निश्चित रूप से सबसे आगे होंगे. ये आलाकमान की ओर से लिया गया निर्णय हैं और आलाकमान जो भी निर्णय लेता है, हम सभी इसका पालन करेंगे.
सिंहदेव ने की जाति जनगणना की वकालत
सिंहदेव ने कहा कि चुनाव के संदर्भ में अब तक जो तय हुआ है, वह यह है कि संयुक्त नेतृत्व चुनाव अभियान का नेतृत्व करेगा और मुख्यमंत्री बघेल टीम का नेतृत्व करेंगे. सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ओर से टिकट वितरण को न्यायसंगत बताया है. उन्होंने जाति आधारित गणना की भी वकालत की और कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगर कांग्रेस सरकार में वापस आती है, तो ओबीसी सर्वेक्षण होगा. उन्होंने कहा कि हम निश्चित रूप से एक जाति आधारित गणना कराएंगे. यह वह आधार उपलब्ध कराता है, जिसके अनुसार आप लक्ष्य कर सकते हैं और बता सकते हैं कि समाज के किस वर्ग को सरकार से सबसे ज्यादा मदद की जरूरत है.
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ये मेरा आखिरी चुनाव
सिंहदेव ने यह भी कहा कि संभवत: यह उनका आखिरी चुनाव है. उन्होंने कहा कि यह वह समय था, जब मैं सोच रहा था कि अगली पीढ़ी को आगे आना चाहिए, लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं की दृढ़ राय थी कि इस बार नहीं. इसलिए मैंने उनकी सलाह, उनकी मांग, उनके फैसले पर गौर किया और चुनाव लड़ने का फैसला किया. इस मौके पर सिंहदेव ने दावा किया कि अगर पार्टी को दो-तिहाई बहुमत नहीं मिला तो उन्हें निराशा होगी. अगर हमारे पास दो-तिहाई यानी 90 में से 60 सीट नहीं होंगी. कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को 75 से अधिक सीट पर जीत मिलने की उम्मीद है.
सिंहदेव ने कहा कि इस आत्मविश्वास का कारण यह है कि पार्टी ने शासन के मामले में जमीन पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना तीन दिसंबर को होगी.
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