Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के मतदान संपन्न हो गए. लेकिन इस बार भी चुनाव नक्सली वारदातों से बच नहीं पाए. चुनावी महीने में लगभग 10 से अधिक नक्सल वारदात हुई हैं, जिसमें 3 बार नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई हैं, जिसमें एक जवान शहीद हुआ है, वहीं एक जवान घायल भी हुआ है. नक्सलियों ने आम लोगें को भी अपने गुस्से का शिकार बनाया है और करीब 5 ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा है.
चुनावी महीने में नक्सली वारदात
विधानसभा चुनाव 2023 के चुनावी महीने में नक्सली अपनी वारदातों से बाज नहीं आए. कांकेर जिले में 1 नवम्बर से 29 नवंबर तक 10 से अधिक नक्सल वारदातें सामने आ चुकी हैं, जिनमें कुछ मुठभेड़ भी शामिल है. नक्सल घटना में एक जवान शहीद हुआ है, वहीं एक जवान घायल हो गया है तो वही 5 ग्रामीणों को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया है.
नक्सली देना चाहते थे बड़ी घटना को अंजाम
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल का कहना है कि जिला पुलिस बल और बीएसएफ की टीमें लगातार एरिया डोमिनेशन कर एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रही हैं. चुनाव का समय काफी संवेदनशील होता है. नक्सली इस समय अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश करते हुए कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में रहते है. टीमें लगातार प्रयास कर रही है नक्सली अपने मंसूबो में कामयाब ना हो. इसी का नतीजा है कि इस बार जिले में बहुत अच्छा मतदान भी देखने को मिला है. मतदान के दौरान हुई मुठभेड़ में एक एके-47 को भी बरामद किया गया है.
कब कब दिया वारदातों को अंजाम
सबसे पहले 1 नवंबर को मोरखंडी में नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया था, उसके बाद 5 नवंबर को सुरेली और मानकोट के बीच हुई मुठभेड़ में एक नक्सली पकड़ा गया था, जिसके यहां से 2 आईईडी और एक पाइप बम बरामद किया गया था. वहीं 6 नवंबर को प्रथम चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले पोलिंग पार्टी पर हमला हो गया था जिसमें एक जवान शहीद हो गया था साथ ही इसमें दो मतदान कर्मी घायल हो गए थे. इसके एक दिन बाद ही छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के ग्राम उलिया के जंगल मे मुठभेड़ हुई थी जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई थी, इस मुठभेड़ में नक्सियो के पास से एक एके-47 बरामद हुई थी.
नक्सली यहां तक भी नहीं रुके और 17 नवंबर को छोटेबेठिया थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर में आग लगा दी थी. इसी इलाके से 20 तारीख को 3 पाईप बम व 2 कुकर बम बरामद किए गए थे. वहीं 21 नवंबर को कोयलीबेड़ा इलाके के गोमे में एक ग्रामीण की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. 23 नवंबर को कोसरोंडा के पास रेलवे ट्रैक को उड़ाने की साजिश की थी जिसमें एक कुकर बम बरामद किया गया था. 24 नवंबर को मरमाकोनारी में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें देशी रॉकेट लॉन्चर मौके से बरामद किए गए थे. 27 नवंबर को मारबेडा में बैनर पोस्टर फेक लगाया था आईईडी बम. वहीं 29 नवंबर पानीडोबीर के जंगल से पाइप बम बरामद किए गए हैं जिसे डिफ्यूज करते वक्त एक जवान घायल हो गया है.
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नए पैंतरे से जवानों को कर रहे हैं गुमराह
नक्सली पुलिस जवानों को चकमा देने तरह-तरह के पैंतरे भी आजमा रहे हैं. पिछले दिनों जहां नक्सलियों ने ग्राम बेलगाल मोड़ के पास बैनर-पोस्टर के साथ रंगीन गुब्बारे लगाए थे, तो वहीं अब नक्सली ब्लूटूथ स्पीकर का इस्तेमाल भी जवानों को गुमराह करने के लिए कर रहे हैं. नक्सलियों ने 25 नवंबर को चितरंज नगर में ब्लूटूथ स्पीकर लगाकर उसे बम का रूप दिया था. जांच में कहीं बम नहीं मिला पर 27 नवंबर को मारबेडा के पास ब्लूटूथ स्पीकर के साथ बम भी लगा दिया था. नक्सलियों को लगा था इस बार जवान उनके ट्रैक में फंस जायेगे लेकिन जवान उनकी चाल से बच गए.