Chhattisgarh News: बस्तर (Bastar) जिले के किलेपाल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center at Kilepal) में मंगलवार, 26 सितंबर को अचानक आग लगने से अफरातफरी मच गई. आग देखते ही सभी मरीज और स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल भवन से बाहर आ गए और घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी, लेकिन सूचना देने के घंटे भर बाद जब तक फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) की गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब तक पूरे अस्पताल में आग फैल गई थी.
घटना स्थल से 40 किलोमीटर दूर थीं फायर ब्रिगेड की गाड़ियां
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ये घटना सुबह लगभग 7 से 8 बजे के बीच में हुई. आपातकालीन वार्ड के बगल में स्थित दवाइयों के स्टोर रूम से अचानक धुंआ निकलने लगा. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता आग तेजी से फैल गई. अचानक हुए इस हादसे से मरीजों में हड़कंप मच गया और सभी मरीज और स्वास्थ्यकर्मी हॉस्पिटल से बाहर आ गए.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि दो-दो दमकल वाहनों का सहारा लेना पड़ा और तब जाकर आज काबू में आई. अब आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है, लेकिन मरीजों में दहशत अभी बरकरार है.
30 बिस्तरों का है अस्पताल
बस्तर (Bastar) जिले के बास्तानार ब्लॉक के किलेपाल (Kilepal) में स्थित ये सामुदायिक केंद्र 30 बिस्तरों का है. जिससे आसपास के कई गांव के लोगों को स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त इस अस्पताल में 10 से ज्यादा मरीज और उनके परिजन मौजूद थे.
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मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल भवन को देखकर उन्हें इस तरह के हादसे की उम्मीद नहीं थी, लेकिन जिस तरह से शॉर्ट सर्किट से यह आग लगी है उसके बाद अब वार्ड के भीतर जाने में डर लग रहा है.
सारी दवाईयां जलकर हो गईं राख
अस्पताल में आग लगने की जानकारी मिलते ही मौके पर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अरिजीत चौधरी पहुंचे और इसकी जानकारी लीृ. डॉक्टर अरिजीत चौधरी ने बताया की प्रथम दृष्टया यह घटना शॉर्ट सर्किट के कारण हुई है. शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग के कारण दवाइयों के स्टोर रूम में बड़ा नुकसान हुआ है. कमरे में रखी सारी दवाइयां, जरूरी फाइलें और एक कंप्यूटर पूरी तरह से जलकर राख हो गए.
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पीडब्ल्यूडी विद्युत यांत्रिकी के अधिकारियों को दी गई सूचना
डॉक्टर अरिजीत चौधरी ने बताया कि घटना की जानकारी अपने अधिकारियों को दे दी है. साथ ही साथ पीडब्ल्यूडी विद्युत यांत्रिकी के अधिकारियों को भी इस घटना की सूचना दी गई है, जिससे जल्द से जल्द अस्पताल की विद्युत की व्यवस्था को फिर से बहाल किया जा सके.
आपको बता दें कि जिले की सभी सरकारी भवनों के विद्युत संबंधित मेंटेनेंस के कार्य को लेकर पीडब्ल्यूडी का विद्युत यांत्रिकी विभाग प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च करती है, लेकिन इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की घटनाएं लगातार घट रही है.