Ayushman Card Kaise Banaye: छत्तीसगढ़ (Chhattsiagrh) में आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Health Scheme) के तहत इलाज कराने वाले मरीजों के लिए चिंता की स्थिति बन गई है. दरअसल, निजी अस्पतालों ने बकाया भुगतान को लेकर योजना के तहत इलाज न करने की चेतावनी दी है. लगभग तीन महीने से 1500 करोड़ रुपये का भुगतान रुका हुआ है, जिससे छोटे अस्पतालों के संचालन में मुश्किलें बढ़ गई हैं.
तीन महीने से रुका भुगतान
आयुष्मान योजना के तहत राज्य के 1623 निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाती है. हालांकि, मई-जून 2024 के बाद से योजना के तहत राशि का भुगतान नहीं हुआ है. इसके कारण दवाइयों की खरीद, स्टाफ की सैलरी, डॉक्टर की फीस और अन्य व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं.
IMA ने जताई नाराजगी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस मुद्दे पर नाराजगी जताई है और सरकार से जल्द समाधान की मांग की है. IMA ने चेतावनी दी है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो अस्पताल आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज रोकने पर मजबूर हो सकते हैं. इस संबंध में IMA रायपुर के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि हम लगातार सरकार से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन भुगतान रुका हुआ है. इससे छोटे अस्पतालों को लोन, स्टाफ सैलरी और जरूरी खर्चों में दिक्कत आ रही है. अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो हमें विरोध के दूसरे तरीके अपनाने पड़ेंगे.
IMA की प्रमुख मांगें
IMA ने राज्य सरकार के सामने निम्नलिखित मांगें रखीं हैं. आईएमए का कहना है कि भुगतान जल्द किया जाए. साथ ही जुलाई 2024 के बाद का भुगतान 1% ब्याज के साथ किया जाए. इसके अलावा, आयुष्मान पैकेज का पुनर्निर्धारण करने की भी मांग की गई है कि अस्पतालों की मौजूदा लागत के आधार पर पैकेज में संशोधन किया जाए.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप
इस मुद्दे पर प्रदेश में राजनीति भी गरमा गई है.छत्तीसगढ़ बीजेपी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. विमल चोपड़ा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से ही 1300 करोड़ रुपये बकाया हैं. डॉक्टर राकेश गुप्ता कांग्रेस सरकार के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका में थे, लेकिन उन्होंने उस समय प्रयास नहीं किया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ बीजेपी सरकार इसको लेकर चिंतित है और सभी जिम्मेदारी को इस पर जल्दी-जल्दी कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है, लेकिन डॉक्टर राकेश गुप्ता की धमकी का कोई असर नहीं होने वाला है. समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा.
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने इस मुद्दे के जल्द समाधान की मांग की है. कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार की वित्तीय नीतियों के कारण राज्य पर दबाव बढ़ रहा है.
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सरकार से समाधान की उम्मीद
बकाया राशि के भुगतान में देरी से सबसे ज्यादा नुकसान छोटे अस्पतालों को हो रहा है. कई अस्पतालों को लोन चुकाने में दिक्कतें आ रही हैं और मरीजों की प्लांड सर्जरी भी चल रही है. इस पर IMA ने हाल ही में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर स्थिति का समाधान जल्द से जल्द निकालने की अपील की थी. वहीं, सरकार का कहना है कि वह सभी पक्षों के हितों का ध्यान रखते हुए जल्द ही भुगतान प्रक्रिया शुरू करेगी.
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IMA की चेतावनी और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच, आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. अब यह देखना होगा कि सरकार इस संकट का समाधान कैसे करती है.