कोरिया जिले का इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय, जिसे अब डॉ. रामचंद्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर विवादों में घिर गया है. महाविद्यालय में पदस्थ डीन पर सरकारी वाहन के कथित दुरुपयोग का आरोप लगा है. यह खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ है.
RTI से प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार, डीन ने सरकारी वाहन टाटा सूमो गोल्ड से मात्र एक वर्ष में लगभग 48 हजार किलोमीटर की यात्रा की. दस्तावेजों में दर्ज यह दूरी सामान्य प्रशासनिक उपयोग से कहीं अधिक बताई जा रही है. वाहन की लॉगबुक में लगभग रोजाना डीन रूम से निकलने और लौटने की प्रविष्टियां दर्ज हैं, जिससे मामला और गंभीर हो गया है.
डीन ने RTI में दर्ज आंकड़े को गलत बताया
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब RTI में सामने आई जानकारी पर डीन से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई तो कई प्रयासों के बाद मुलाकात हो सकी. बातचीत में डीन ने RTI में दर्ज आंकड़ों को गलत बताते हुए खारिज कर दिया. उनका कहना है कि वे प्रतिदिन कॉलेज आते हैं और नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज कराते हैं. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि यदि उनकी दैनिक उपस्थिति कॉलेज परिसर में ही रहती है, तो फिर सरकारी वाहन से इतनी लंबी दूरी तय करने की जरूरत क्यों पड़ी.
सरकारी वाहन और ईंधन के दुरुपयोग का गंभीर मामला
अब यह मामला सिर्फ कागजी आंकड़ों और बयान तक सीमित नहीं रह गया है. यदि RTI में दी गई जानकारी सही है, तो यह सरकारी वाहन और ईंधन के दुरुपयोग का गंभीर मामला बनता है. वहीं यदि जानकारी गलत है, तो महाविद्यालय के रिकॉर्ड सिस्टम और जवाबदेही पर सवाल खड़े होते हैं.