अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशन का शिलान्यास में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक प्रदेश के पूर्व मंत्री राघव भाई जी के निवास पर पहुंच गए. विवादों में फंसने के बाद से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज पहली बार पूर्व वित्तमंत्री राघव भाई जी से मुलाकात की.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का राघव भाई जी की पत्नी ने तिलक लगाकर स्वागत किया. प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघव भाई जी विदिशा भाजपा पार्टी का स्तंभ माने जाते हैं. राघव भाई जी जनसंघ से राजनीति में सक्रिय हैं. विदिशा जिले की पांचों विधानसभाओं में राघव भाई जी का बड़ा दखल है. राघव भाई की बेटी ज्योति शाह भी विदिशा नगर पालिका भाजपा से अध्यक्ष रह चुकी हैं. पिछले पंचवर्षीय चुनाव में राघव भाई जी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से असंतुष्ट नज़र आ रहे थे. वहीं, राघव भाई जी के साथ कई पुराने नेता लूप लाइन में पहुंचने के बाद अपने आपको असहाय महसूस कर रहे थे.
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चुनाव के पहले पुराने नेताओं को मनाने की कवायद
चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के तमाम रूठे हुए नेताओं को मनाने की कवायद शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कई पुराने नेताओं ने अपने आपको दूर कर लिया है. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं.
बाबूलाल ताम्रकार से भी CM शिवराज ने की मुलाकात
जनसंघ पार्टी से राजनीति में सक्रिय रहे बाबूलाल ताम्रकार ने सोशल मीडिया पर पुराने भाजपा पार्टी दफ्तर का एक फोटो पोस्ट कर लिखा था कि कार्यकर्ताओं का महत्त्व तो विपक्ष में होता है. सत्ता में तो कार्यकर्ता हासिए पर डाल दिया जाता है, जो गणेश परिक्रमा करते हैं. राघव जी के निवास पर मुख्यमंत्री ने पुराने वरिष्ठ नेता बाबूलाल ताम्रकार से मुलाकात कर शहर की राजनीति पर भी चर्चा की.
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आपसी गुटबाजी को खत्म करने का बीड़ा अब खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उठाया है. आगामी चुनाव को गुटबाजी का सामना नहीं करना पड़े, इसी को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने अब नाराज नेताओं को मनाने की कवायद शुरू कर दी है.