
Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: विपक्ष के 'इंडिया गठबंधन' में दरार अब खुल कर सामने आने लगी है. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मध्यप्रदेश में खूंटा गाड़कर प्रचार में जुटे हुए हैं. आलम ये है कि बीते तीन दिनों से वे बुंदेलखंड क्षेत्र (Bundelkhand region) में डेरा डाले हुए हैं और अपनी हर सभा में कह रहे हैं- भाजपा पूरी तरह से झूठी और कांग्रेस नेता गद्दार है. बता दें कि मध्यप्रदेश में बुंदेलखंड की सभी विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी लड़ रही है. सिर्फ एक सीट बिजावर पर सपा प्रत्याशी ने अपना नाम वापस लिया है. अहम ये भी है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी (Satyavrat Chaturvedi)की बेटी निधि चतुर्वेदी (Nidhi Chaturvedi) ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजय दौलत तिवारी के प्रचार की कमान संभाल ली है. जिससे महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र में अब मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी नीरज दीक्षित और सपा प्रत्याशी अजय दौलत तिवारी के बीच माना जा रहा है. बीजेपी ने यहां से पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह (Kamakhya Pratap Singh) को प्रत्याशी बनाया है.
छतरपुर की महाराजपुर विधानसभा (Maharajpur Assembly) के नौगांव में गर्ल्स स्कूल चौराहे पर आमसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि
वैसे छतरपुर की महाराजपुर विधानसभा की बात करें तो चुनाव की तारीख नजदीक आते-आते यहां माहौल बदलने लगा है. पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी की बेटी निधि चतुर्वेदी द्वारा समर्थन करने की वजह से सपा प्रत्याशी अजय दौलत तिवारी भी मुकाबले में आ गए हैं. इसके मद्देनजर भाजपा उम्मीदवार कामाख्या प्रताप सिंह के लिए चैंलेंज बढ़ता जा रहा है. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस-सपा के बीच होता जा रहा है. हालांकि ये तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा कि किसका समीकरण सटीक बैठा?
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