
Madhya Pradesh Election Results 2023 : रैगांव विधानसभा सीट एक दौर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का गढ़ बन चुकी थी, जिसे पहले बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने छीना और 2021 के उप चुनाव (By Election) में कांग्रेस (Congress) ने हथिया लिया. लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election Results 2023) में भाजपा ने अपना गढ़ न केवल वापस पाया, बल्कि रैगांव सीट से जीत का नया इतिहास भी रच दिया. यहां से बीजेपी की प्रतिमा बागरी (Pratima Bagri) ने 36 हजार 60 वोटों के बड़े मार्जिन से कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा (Kalpna Verma) को हरा दिया.
कांग्रेस की जीत का अनुमान हुआ फेल
मिशन 2023 का शंखनाद होते ही यहां पर राजनीति के जानकार कांग्रेस की जीत का अनुमान लगा रहे थे, लेकिन परिणाम सामने आने के बाद सबकुछ विपरीत देखने को मिला. चुनावी मैदान में लगभग 15 प्रत्याशी उतरे थे, जिनमें से भाजपा, कांग्रेस और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा था. लेकिन परिणाम आने के बाद नतीजा यह रहा कि मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने वाले दोनों दलों के वोट अगर जोड़ भी दिए जाएं तब भी प्रतिमा करीब सात हजार वोटों से आगे रहीं.
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कांग्रेस सहित दस उम्मीदवारों का अंक जोड़ने पर भी भाजपा की जीत
रैगांव सीट पर मिली जीत को विंध्य क्षेत्र की सबसे बड़ी जीत कहा जा रह है. इसकी वजह यह भी है कि यहां से नोटा सहित कुल 16 लड़ाके मैदान में थे. अब यदि कांग्रेस पार्टी सहित क्रमवार वोट पाने वाले दस उम्मीदवारों को जोड़ दिया जाए तब भी भाजपा की जीत हो रही है. बता दें कि प्रतिमा बागरी को 77 हजार 626 वोट मिले हैं और वहीं कांग्रेस, बसपा, वीजेपी (VJP), आप सहित निर्दलीय दस प्रत्याशी मिलकर भी 77 हजार 531 वोट ही जुगाड़ सके.
कल्पना के नाम बड़ी हार का अनचाहा रिकार्ड
यूं तो हर प्रत्याशी चाहता है कि वह बड़ी जीत दर्ज कर इतिहास कायम करे. लेकिन रैगांव की राजनीति में सबसे बड़ी हार का अनचाहा रिकार्ड कल्पना वर्मा के नाम पर दर्ज हो गया. दोनों ही बार कल्पना कांग्रेस की उम्मीदवार थीं. 2018 के चुनाव में उन्हें 17 हजार 421 वोटों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. जबकि 2023 के चुनाव में यह आंकड़ा 36 हजार 60 वोटों तक पहुंच गया.
बागरी विधायकों का गढ़ है रैगांव
रैगांव विधानसभा एससी वर्ग के लिए आरक्षित सीट है. इस सीट से अधिकांश मौकों पर भाजपा को जीत मिली है. इसके अलावा बागरी समाज के लोग यहां का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं. प्रतिमा बागरी से पहले, रैगांव से स्वर्गीय जुगुल किशोर बागरी और धीरेन्द्र सिंह धीरू (बागरी) भी विधायक रह चुके हैं. एक दौर में लड़ाई चाचा-भतीजे की हुआ करती थी, लेकिन अब पूर्व विधायक धीरेन्द्र सिंह धीरू मुकाबले में कहीं नहीं दिखते, इसके बाद भी वे हर चुनाव में अपनी किस्मत जरूर आजमाते हैं.
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