विज्ञापन
This Article is From Nov 02, 2023

बीजेपी-कांग्रेस का खेल बिगाड़ेंगे ये बागी ! मनाने में फेल रहे दिग्विजय, कमलनाथ और शिवराज !

मध्यप्रदेश में अब सभी 230 विधानसभा सीटों पर मुकाबले की तस्वीर साफ हो गई है. नाम वापसी की मियाद खत्म होने के बाद भी बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम नहीं हुई है. दोनों ही पार्टियों के बागी नेता अपनी पुरानी पार्टियों की जीत की राह में रोड़ा बन कर खड़े हो गए हैं.

बीजेपी-कांग्रेस का खेल बिगाड़ेंगे ये बागी ! मनाने में फेल रहे दिग्विजय, कमलनाथ और शिवराज !

Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्यप्रदेश में अब सभी 230 विधानसभा सीटों पर मुकाबले की तस्वीर साफ हो गई है. नाम वापसी की मियाद खत्म होने के बाद भी बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम नहीं हुई है. दोनों ही पार्टियों के बागी नेता अपनी पुरानी पार्टियों की जीत की राह में रोड़ा बन कर खड़े हो गए हैं. कांग्रेस में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ (Digvijay Singh and Kamal Nath) ने अंतिम वक्त तक बागियों को मनाने की कोशिश की. इसमें उन्हें कुछ सफलता भी मिली. दोनों की जोड़ी बीते 24 घंटे में 15 बागी नेताओं को नाम वापस लेने मनाने में सफल रही, हालांकि पार्टी के चार पूर्व विधायक नहीं माने और मैदान में डटे हुए हैं. दूसरी तरफ बीजेपी आलाकमान भी अपने पांच बागी नेताओं को मनाने में विफल रहा. 

सबसे पहले बात कांग्रेस की करते हैं. पार्टी के चार पूर्व विधायक टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतरे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस को भोपाल उत्तर सीट (Bhopal North Seat)पर अलग तरह के मामले का सामना करना पड़ रहा है. यहां विधायक आरिफ अकील (Aarif Aqeel) के भाई अमीर अकील ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. उनका चुनाव निशान हॉकी बॉल है. अमीर अकील अपने ही भतीजे आतिफ अकील के सामने चुनावी मैदान में हैं. बीते दिनों सार्वजनिक तौर पर विधायक आरिफ अकील ने आतिफ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. अमीर अकील इसी से नाराज हैं. 

Latest and Breaking News on NDTV

अब बात बीजेपी की. पार्टी ने नाम वापसी की मियाद के खत्म होने से पहले बागियों को मनाने की पुरजोर कोशिश की. खुद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)ने प्रदेश के बड़े नेताओं को इस काम में लगाया था. प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने एक-एक बागी नेता को फोन कर या मिल कर समझाने की कोशिश की लेकिन पांच सीटों पर पेंच फंसा ही रह गया. 

Latest and Breaking News on NDTV

वैसे तो हर चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता चुनावी मैदान में कूदते हैं और इनमें कई तो बाजी मार भी लेते हैं. लेकिन एक बात तो पक्की है कि वे अपनी-अपनी पूर्व पार्टियों को नुकसान जरूर पहुंचाते हैं. अब ये 3 दिसंबर को ही पता चलेगा कि बागियों के मैदान में उतरने से किस पार्टी को कितना नुकसान हुआ?

/ये भी पढ़ें: 'सीधी पेशाब कांड' के पीड़ित दशमत रावत को भूल गए शिवराज और कमलनाथ! भीम आर्मी का करेंगे समर्थन

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close