छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा सभी सियासी दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के छत्तीसगढ़ दौरे से ठीक पहले बीजेपी ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस अध्यक्ष से नौ सवाल पूछे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस की अगुवाई भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय ने. भाजपा नेताओं ने स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय मुद्दों तक पर कांग्रेस से जवाब मांगा.
BJP ने कांग्रेस से पूछे ये सवाल
- भारत जोड़ो यात्रा की वर्षगांठ मनाने वाले बताएं कि उन्हें ‘भारत' शब्द से क्या आपत्ति है ?
- राहुल गांधी की सभा में परोसा गया खाना खाने से 50 से ज्यादा गायों की मौत हो गई? क्या खरगे जी माफ़ी मांगेंगे ?
- सनातन धर्म का अपमान करने करने वाले उदयनिधि स्टालिन का समर्थन आपके बेटे ने किया, क्या इस पर आप माफ़ी मांगेंगे?
- राजस्थान में आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म हुआ, महिला उत्पीड़न की पराकाष्ठा हुई ,क्या आपके मुख्यमंत्री इस पर अशोक गहलोत जी को चिट्ठी लिखेंगे?
- आपके छत्तीसगढ़ सरकार का नारा है ‘हमर बेटी हमर मान'। सुकमा में बच्ची के साथ अनाचार पर भूपेश बघेल और सोनिया जी ने माफ़ी मांगेंगे ?
- छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन औसतन 2-3 बलात्कार और हत्या के मामले दर्ज हो रहे हैं, क्या मुख्यमंत्री माफी मांगेंगे?
- छत्तीसगढ़ में हुए भयंकर भ्रष्टाचार पर आपका क्या कहना है?
- गंगाजल की कसम खाकर कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था, आपका इस पर क्या स्टैंड है?
प्रेस वार्ता में भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी महिला मोर्चा की रायपुर जिला अध्यक्ष सीमा साहू मौजूद रही. उधर दूसरी तरफ भाजपा के सवालों पर कांग्रेस ने पलटकर सवाल दागे हैं. कांग्रेस के प्रदेश मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल पूछने के बजाय सरोज पांडे को पीएम मोदी से सवाल पूछना चाहिए कि आखिर वो इंडिया नाम से इतना डरते क्यों है? भाजपा हमेशा विभाजन की बात करती है फूट डालने की बात करती है. हिंदू को मुस्लिम से और ईसाई से लड़ाने का काम करती है. आनंद शुक्ला ने पूछा कि सरोज पांडे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, उन्हें राजस्थान की चिंता है तो मणिपुर पर क्यों मौन हैं? मणिपुर में हमारी माताएं-बहनों को निर्वस्त्र करके घुमाया गया क्या इस पर प्रधानमंत्री जी से सवाल करने का साहस उनमें नहीं है