देश भर के केंद्रीय विद्यालयों में टीचिंग और नॉन टीचिंग के करीब 30 फीसदी सीटें खाली हैं, इसका खुलासा सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त हुआ है. यह आरटीआई क्वेरी मध्य प्रदेश के नीमच में रहने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ द्वारा दायर किया गया था. उन्होंने यह आरटीआई केंद्रीय विद्यालय संगठन से केंद्रीय विद्यालयों में स्वीकृत पदों, रिक्त और भरे हुए पदों का विवरण जानने के लिए किया था. आरटीआई द्वारा प्राप्त जवाब में, केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने सैंगशन्ड संख्या के मुकाबले खाली पड़े पदों का विवरण दिया है.
केवीएस ने कहा कि प्रिंसिपल और शिक्षकों के कुल 49,793 स्वीकृत पद हैं, जबकि नॉन-टीचिंग कार्यों के लिए 15,510 (कुल 65,303) पद हैं. केवी में 1 जून तक पोस्ट ग्रेजुएट टीचर के 2,590 पद, टीजीटी के 3,711 पद और प्राइमरी टीचरों के 5,241 पद खाली हैं, जबकि नॉन-टीचिंग रिक्त पदों की संख्या 6,892 पद है.
देशभर में 1200 से ज्यादा केंद्रीय विद्यालय हैं, जिनमें करीब 14 लाख बच्चे पढ़ते हैं. इन स्कूलों का निर्माण 60 साल पहले हुआ था.
इस साल फरवरी में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने संसद को बताया था कि देशभर के केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और केंद्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों में 58,000 टीचिंग और नॉन टीचिंग पद खाली हैं. लोकसभा में एक लिखित प्रश्न का उत्तर देते हुए, राज्य मंत्री ने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालयों में 3,271 शिक्षण पद खाली थे. उन्होंने यह भी कहा कि आवासीय विद्यालयों में रिक्त गैर-शिक्षण पदों की संख्या 1,756 है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में भी 4,425 शिक्षण पद और 5,052 गैर-शिक्षण पद खाली थे.