
Sunita Williams Returns: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बुच विलमोर की पृथ्वी पर वापसी हो गई है. स्पेसएक्स का ड्रैगन यान उन्हें लेकर धरती पर वापस आ गया है. वो फ्लोरिडा के समुद्र में सुरक्षित रूप से उतर चुकी हैं.
सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने धरती पर कदम रख दिया है. ड्रैगन कैप्सूल के पैराशूट ने सही समय पर काम किया और यह समुद्र में सुरक्षित रूप से उतर गया.
ड्रैगन कैप्सूल की सफल लैंडिंग
बता दें कि चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आया ड्रैगन कैप्सूल अपने पैराशूट की मदद से समुद्र की सतह पर उतरा. सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी सफल रही. नासा के नियंत्रण कक्ष में मौजूद वैज्ञानिकों की निगाहें स्क्रीन पर जमी थीं.
8 दिन का मिशन जो 9 महीने तक चला
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2024 को परीक्षण यान स्टारलाइनर से आईएसएस (ISS) के लिए उड़ान भरी थी. वहां 8 दिन गुजारने के बाद उनकी वापसी थी, लेकिन यान में तकनीकी खराबी के कारण दोनों अंतरिक्ष यात्री समय पर धरती पर वापस नहीं लौट सके. 8 दिनों का यह मिशन 9 महीने तक खिंच गया. सुनीता और बुच के साथ दो अन्य अंतरिक्ष यात्री निक हेग और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव धरती पर लौट आए हैं.
सुनीता विलियम्स की 19 मार्च 2025 को वापसी हो गई है. वहीं वो अंतरिक्ष में कुल 286 दिन बीता चुकी हैं. इसके साथ ही वह एक यात्रा में तीसरी सबसे ज्यादा दिन तक आईएसएस पर बिताने वाली महिला वैज्ञानिक बन गई हैं.
हालांकि इससे पहले सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी 16 मार्च, 2025 को होनी थी, लेकिन उड़ान से पहले 12 मार्च को ड्रैगन यान के रॉकेट में खराबी आ गई. नासा ने बताया है कि अंतरिक्ष यान में लगे रॉकेट के ग्राउंड सपोर्ट क्लैम्प आर्म के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई थी. इसके बाद नासा ने 14 मार्च को ड्रैगन को लॉन्च किया.
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