
Iran-Israel: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि इजरायली हमले से उनके प्रशासन को ईरान के साथ परमाणु समझौता करने में मदद मिल सकती है. मीडिया आउटलेट 'एक्सियोस' ने जब ट्रंप से पूछा कि क्या इजरायल की बमबारी ने समझौते को खतरे में डाला? इस पर ट्रंप ने कहा कि "मुझे ऐसा नहीं लगता, शायद इसके विपरीत। शायद अब वह गंभीरता से बातचीत करेंगे. मैं उन्हें 60 दिनों में डील करने के लिए राजी नहीं कर सका.वह डील के करीब थे, उन्हें यह करना चाहिए था. शायद अब यह हो जाएगा."
'सिन्हुआ समाचार एजेंसी' ने 'एक्सियोस' की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि ट्रंप ने हमले के बाद पहली बार शुक्रवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की. रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन पर हुई इस बातचीत का विवरण देने से इनकार कर दिया है. वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते थे कि नेतन्याहू ने संयुक्त राज्य अमेरिका से सीधे ऑपरेशन में शामिल होने के लिए कहा था या नहीं.
शुक्रवार को ट्रंप ने कई मीडिया आउटलेट्स को इंटरव्यू दिए. इस दौरान ट्रंप ने बार-बार ईरान से इजरायल के आगे के हमलों से बचने के लिए परमाणु समझौता करने का आग्रह किया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 'यह और भी नृशंस'होगा.
राष्ट्रपति ट्रंप ने 'एनबीसी न्यूज' से कहा कि उन्होंने डील करने का मौका गंवा दिया. अब उनके पास एक और अवसर हो सकता है. हम देखेंगे."ट्रंप ने 'रॉयटर्स' से कहा कि "वह अभी भी एक डील कर सकते हैं. अभी बहुत देर नहीं हुई है."ट्रंप ने शुक्रवार सुबह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ' पोस्ट में लिखा है कि "ईरान को एक डील करनी चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी न बचे." 'रॉयटर्स' की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग ने कतर और कई अन्य अमेरिकी मध्य पूर्व सहयोगियों को इजरायल के ईरान पर हमला करने से कुछ घंटे पहले सूचित किया था.
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