
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में मंगलवार शाम को जवाब दिया. उन्होंने सिंधु जल संधि और मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों का हवाला देते हुए कांग्रेस पर मंगलवार को करारा प्रहार किया और कहा कि देश की आजादी के बाद उसने (कांग्रेस ने) हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया है. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने एवं भारतीय सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया, साथ ही स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से ‘ऑपरेशन सिंदूर' रोकने के लिए नहीं कहा. जानिए लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लेने का मौका गंवा देने के आरोपों पर कहा, ‘‘आज जो लोग पूछ रहे हैं कि पीओके को वापस क्यों नहीं लिया, उन्हें सबसे पहले इस सवाल का जवाब देना होगा कि किसकी सरकार ने इस क्षेत्र पर पाकिस्तान को कब्जा करने का अवसर दिया था?''
पीओके पर कांग्रेस को घेरा
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘वर्ष 1971 में पाकिस्तान के 93 हजार फौजी हमारे पास बंदी थे. हजारों किलोमीटर इलाका हमारी सेना ने कब्जा कर लिया था. हम विजय की स्थिति में थे. उस दौरान यदि थोड़ा सा भी ‘विजन' होता, समझ होती तो पीओके वापस लेने का निर्णय लिया जा सकता था. वह मौका था, जिसे छोड़ दिया गया.''
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘जवाब साफ है, जब भी मैं (जवाहरलाल) नेहरू जी की चर्चा करता हूं कांग्रेस और उसका पूरा ‘इकोसिस्टम' बिलबिला जाता है।''
सिंधु जल समझौते को पूर्व पीएम नेहरू को ठहराया जिम्मेदार
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के हितों को ‘‘गिरवी'' रख देना कांग्रेस की पुरानी आदत है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण सिंधु जल समझौता है, जो नेहरू जी ने पाकिस्तान के साथ किया था. उन्होंने कहा, ‘‘सिंधु जल समझौता, भारत की अस्मिता और स्वाभिमान के साथ किया गया बहुत बड़ा धोखा था। देश के एक बहुत बड़े हिस्से को जल संकट में धकेल दिया गया.''
प्रधानमंत्री ने कहा कि नेहरू जी के ‘ब्लंडर' (सिंधु जल समझौता) को देश हित और किसान हित में अब निलंबित कर दिया गया है. भारत ने तय कर दिया है कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास नेशनल सेक्युरिटी (राष्ट्रीय सुरक्षा) का ‘विजन' न पहले था और न आज है और उसने ‘‘हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा पर समझौता किया है.''
मुंबई हमले के बाद कांग्रेस नहीं उठाए कोई ठोस कदम
PM मोदी ने कहा कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद भी कांग्रेस का पाकिस्तान से प्रेम नहीं रुका और हमले के कुछ हफ्ते के भीतर ही विदेशी दबाव में आकर कांग्रेस-नीत संप्रग सरकार ने पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू कर दी थी. उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस घटना के बाद एक भी (पाकिस्तानी) राजनयिक को भारत से बाहर निकालने की हिम्मत नहीं की और एक वीजा तक रद्द नहीं किया.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अगर हमारी सरकार आतंकवाद पर नकेल कस सकती है तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों की ऐसी क्या मजबूरी थी कि आतंकवाद को फलने-फूलने दिया? इसका एक बड़ा कारण इनकी तुष्टीकरण की नीति और वोट बैंक की राजनीति है''
अक्साई चीन और कच्छ का रण
उन्होंने कहा, ‘‘अक्साई चीन के पूरे क्षेत्र को बंजर जमीन करार दे दिया गया. इससे देश की 38,000 वर्ग किमी जमीन हमें खोनी पड़ी. वर्ष 1962 और 1963 के बीच कांग्रेस के नेता जम्मू कश्मीर के पुंछ, उरी और नीलम वैली और किशनगंगा को छोड़ देने का प्रस्ताव रख रहे थे.''
उन्होंने कहा कि 1966 में ‘कच्छ का रण' पर इन लोगों ने मध्यस्थता स्वीकार की थी. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह उनका ‘राष्ट्रीय सुरक्षा का विजन' था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के साथियों से आग्रह है कि ‘‘एक परिवार के दबाव में पाकिस्तान को क्लिन चिट देना बंद करें, जो देश के विजय का क्षण है कांग्रेस उसे देश के उपहास का क्षण न बनाए. कांग्रेस अपनी गलती सुधारे.''
ऑपरेशन सिंदूर जारी है- पीएम मोदी
उन्होंने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान को भारत के भविष्य से खेलने नहीं देंगे. इसलिए, ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है, यह जारी है. और यह पाकिस्तान के लिए भी नोटिस है कि वह जब तक भारत के खिलाफ आतंक का रास्ता रोकेगा नहीं, भारत ‘एक्शन' लेता रहेगा.''
ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा बताने पर घेरा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से बनता है और बदलता भी है. कांग्रेस अपने नए सदस्य से कहलवाती है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' तमाशा था। जिस भीषण आतंकी घटना में 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया, उस पर ये तेजाब छिड़कने वाला पाप है.
ऑपरेशन महादेव
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कल हमारे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन 'महादेव' को अंजाम दिया और पहलगाम हमले के तीनों आतंकियों को मार गिराया, लेकिन कल यहां पूछा गया कि आज ही क्यों हुआ, क्या ऑपरेशन के लिए सावन महीने का सोमवार ढूंढा गया था. पिछले कई सप्ताह से पूछा जा रहा था कि पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ और जब आतंकियों को मार गिराया गया तो कल ही क्यों हुआ, क्या हाल है इन लोगों का.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के संबंध में सोचा तक नहीं जाता था, आज भी आत्मनिर्भर शब्द का मजाक उड़ाया जाता है. हर रक्षा सौदे में कांग्रेस अपने मौके खोजती थी. हर छोटे-छोटे हथियार के लिए विदेशों पर निर्भरता, ये इनका कार्यकाल रहा है.
पाकिस्तान द्वारा अभिनंदन और बीएसएफ जवान को पकड़ने पर भी पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि जब पायलट अभिनंदन पकड़े गए तो पाकिस्तान में खुशी का माहौल होना स्वाभाविक था, क्योंकि उनके हाथ भारतीय सेना का पायलट लगा था, लेकिन यहां पर भी कुछ लोग थे, जो कानों-कान कह रहे थे, 'अब मोदी फंसा, अब देखते हैं, मोदी क्या करता है.' डंके की चोट पर अभिनंदन वापस आया. पहलगाम हमले के बाद जब हमारे बीएसएफ का एक जवान पाकिस्तान के कब्जे में गया तो इन्हें लगा कि अब मोदी फंस जाएगा. अब तो मोदी की फजीहत जरूर होगी और इनके इकोसिस्टम ने सोशल मीडिया पर तमाम कथाएं वायरल कीं, बीएसएफ जवान का क्या होगा, उसके परिवार का क्या होगा? बीएसएफ का वो जवान भी आन, बान और शान के साथ वापस आया.
डोनाल्ड ट्रंप के दावों पर क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया, साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से ‘ऑपरेशन सिंदूर' रोकने के लिए नहीं कहा. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि इस अभियान के दौरान पूरी दुनिया का समर्थन मिला, लेकिन जवानों के पराक्रम को मुख्य विपक्षी दल का समर्थन नहीं मिला.
उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों और इसे लेकर विपक्षी दलों के सवालों की पृष्ठभूमि में कहा, ‘‘दुनिया के किसी भी नेता ने हमें ऑपरेशन (सिंदूर) रोकने के लिए नहीं कहा.''
पहलगाम में हमला देश को हिंसा में झोंकने का था प्रयास
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के दौरान कहा, ‘‘पहलगाम हमला भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सुविचारित प्रयास था, भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी. मैं आज देशवासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया.''