विदिशा पशुपालन विभाग का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक पशुपालन विभाग ने अपने विभाग परिसर से पेड़ इसलिए कटवा दिए क्योंकि उन्हें इन पेड़ों में रहने वाले बगुलों की दुर्गंध आती थी. सैंकड़ों बगुलों की मौत का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है. विभाग पर बगुलों की मौत को लेकर सवालिया निशान खड़े हुए तो विभाग ने भी आनन-फानन में जांच के आदेश दे दिए.
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जीवन रक्षा का दायित्व निभाने वाले विभाग के परिसर में ही ये बगुले और उनके शिशु तड़पते रहे, दम तोड़ते रहे..लेकिन इसके बावजूद विभाग ने उनकी कोई सुध नहीं ली.
जानकारी के अनुसार विभाग में कई सालों से पुराने पेड़ लगे हुए थे, जिन पर कई बगुलों के आशियाने थे. पेड़ों के बड़े हिस्से कटकर गिरने के साथ ही उनमें बने घोंसले, घोंसलों में रखे अंडे और नन्हे बच्चे भी जमीन पर गिर गए. पेड़ कटने से जमीन पर गिरे कई बगुलों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया
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बगुलों की मौत का मामला पहुंचा राष्ट्रीय जीव जंतु बोर्ड में
सैंकड़ों बगुलों की मौत का मामला अब राष्ट्रीय जीव जंतु बोर्ड में पहुंच गया है. जीव जंतु राष्ट्रीय सदस्य राम रघुवंशी ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि विभाग इस तरह की हरकत करता है. बगुलों के साथ उनके छोटे-छोटे बच्चों के मरने का मामला हमारे संज्ञान में आया है. इस पूरे मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों को भी की गई है. वहीं, जीव जंतु बोर्ड से इस विभाग पर कार्यवाही करवाने की मांग की गई है.