
छत्तीसगढ़ (Chhattishgarh) के दक्षिणी छोर पर स्थित सुकमा जिले (Sukama District) के एलमागुंडा गांव को 76वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) के पहले बड़ी सौगात मिली है. नक्सलवाद से प्रभावित रहा एलमागुंडा गांव में स्वतंत्रता के बाद से पहली बार बिजली पहुंची है.
बता दें कि सुकमा जिले के निवासियों को विभिन्न प्राकृतिक विषमताओं का सामना करना पड़ता है. वहीं, नक्सल प्रभावित होने के चलते जिले में मूलभूत सुविधाएं तक नहीं पहुंच सकी है, जिससे जिले के कई गांव आजादी के 76 साल बाद भी बिजली की आपूर्ति से वंचित थे.
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चवन किरन
इससे पहले, एलमागुंडा गांव के लोग अंधेरे में जीवन बिताने को विवश थे. नक्सल प्रभावित इलाके में उन्हें तमाम तरह की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है, लेकिन अब गांव में बिजली की आपूर्ति ने उनके लिए तरक्की के रास्ते खोल दिए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक नक्सल प्रभावित एलमागुंडा गांव में जैसे ही बिजली सेवा पहुंची ग्रामवासियों के चेहरे खिल गए, महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सभी के चेहरे पर चमक देखी जा रही थी. गौरतलब है कि एलमागुंडा गांव में इसी वर्ष फरवरी माह में सुरक्षाबलों का कैम्प स्थापित किया गया था.
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एलमागुंडा गांव में बिजली की आपू्र्ति से पूर्व ही गांव तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने का संयुक्त प्रयास जिला प्रशासन, पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा शुरु कर दिया गया था. अब गांव में बिजली पहुंचने के बाद ग्रामीणों का जीवन सरल हो जाएगा और देश के साथ कदमताल कर सकेंगे.

सुकमा के एलमागुंडा गाँव में बिजली आने के बाद प्रसन्न मुद्रा में ग्रामवासी