शाजापुर में चार साल पहले 12वीं कक्षा में टॉपर आई एक छात्रा ने अब जाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लैपटॉप प्रोत्साहन राशि की मांग की है. छात्रा का कहना है कि उसने पढ़ाई के दौरान पूरी मेहनत की थी और उम्मीद की थी कि टॉपर बनूंगी तो सरकार से लैपटॉप की राशि मिलेगी. लेकिन प्रदेश में सरकार ही बदल गई और कांग्रेस सरकार आई और योजना ही बंद हो गई और मुझे लैपटॉप नहीं मिल पाया. इसलिए मुझे अब लैपटॉप प्रोत्साहन राशि मिलनी चाहिए. छात्रा का नाम आयुषी शर्मा है, जोकि शाजापुर जिले के कालापीपल तहसील की रहने वाली है. छात्रा आयुषी शर्मा ने साल 2019 में हायर सेकेंडरी परीक्षा में कला संकाय से प्रदेश की मेरिट सूची में पांचवां स्थान प्राप्त किया था, लेकिन तब उसे सरकार द्वारा लैपटॉप नहीं मिल पाया था, क्योंकि उस समय कांग्रेस की सरकार थी और योजना को बंद कर दिया गया था.
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छात्रा ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
भोपाल में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा आयुषी शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम शिवाजी नगर एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि 2019 में प्रावीण्य सूची में आने के बावजूद तत्कालीन सरकार से लैपटॉप प्रोत्साहन राशि नहीं मिल पाई थी. इसलिए मुझे वो प्रोत्साहन राशि अब प्रदान की जाए.
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क्या है लैपटॉप प्रोत्साहन योजना
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार हर साल लैपटॉप प्रोत्साहन राशि योजना के तहत कक्षा 12वीं में अच्छे अंको से पास होने वाले छात्र-छात्राओं को लैपटॉप खरीदने के लिए 25000 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है, जो सीधे उनके बैंक खाते में जमा होती है. इस योजना का लाभ पाने के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्र-छात्राओं को 75% से ज्यादा अंक लाने होते हैं. वहीं, सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए 85% अंक लाना अनिवार्य है.