
सीहोर: इछावर विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में सड़क नहीं होने से प्रेग्नेंट महिला को लेने एंबुलेंस घर तक नहीं आ सकी, जिस कारण परिजनों को दो किलोमीटर दूर खटिया पर लादकर गर्भवती महिला को सड़क तक लाना पड़ा. जिसके बाद उसे एंबुलेंस से अस्पताल जे जाया गया. सीहोर जिले का सुआखेड़ा गांव सड़क जैसी जरुरी सुविधाओं से जूझ रहा है. इस गांव की आबादी लगभग 600 लोगों की है. गांव में सड़क नहीं होने की वजह से स्कूल के छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, बारिश के दिनों में मुश्किलें और बढ़ जाती हैं.
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सबसे अधिक मरीजों को हो रही परेशानी
गांव में सडक़ नहीं होने की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों को उठाना पड़ती है. ग्रामीण खटिया पर लादकर मरीज को दो किलोमीटर दूर पक्की सड़क तक ले जाते हैं, तब जाकर मरीज को एंबुलेंस या चार पहिया वाहन नसीब हो पाता है. ग्राम सुआखेड़ी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक आशा नाम की एक महिला की डिलीवरी होनी थी, रास्ता खराब होने से एंबुलेंस गांव में नहीं पहुंच पाई, जिसके बाद परिजनों ने महिला को 2 किलोमीटर खटिया पर लादकर सड़क तक पहुंचाया, जिसके बाद महिला को अस्पताल ले जाया जा सका.
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15 से 20 साल से यही हाल
ग्रामीणों के अनुसार बीते 15 से 20 सालों से गांव में सड़क का अभाव है. सड़क निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया. हर बार जनप्रतिनिधियों द्वारा महज आश्वासन ही दिया गया, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं कराया गया. हर बारिश में ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है.