सतना के सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बेपटरी है. कई ऐसे विद्यालय हैं जहां पर शिक्षकों की पोस्टिंग है, लेकिन छात्रों की संख्या शून्य है. एक भी छात्र नहीं होने के बाद भी कई शिक्षक तैनात किए गए हैं और विभाग उन्हें बकायदा वेतन का भुगतान भी कर रहा है. यह हकीकत सामने आई है मझगवां विकासखंड के बिरसिंहपुर से जहां पर दो स्कूलों की छात्र संख्या शून्य है. इसके बाद भी वहां पर शिक्षकों की पोस्टिंग है. हालांकि मामला उजागर होने के बाद अब अधिकारियों का दावा है कि शिक्षकों को अन्य स्कूलों में अटैच किया गया है.
बताया गया है कि बिरसिंहपुर से लगे हुए दो स्कूल प्राथमिक शाला हिनौता और माध्यमिक शाला हरदुआ में एक भी छात्र शिक्षण सत्र 2023-24 में दर्ज नहीं है. इसके बाद भी दोनों स्कूलों में कुल चार शिक्षकों की पोस्टिंग है. यह स्थिति पिछले शिक्षण सत्र से है. इसके बाद भी शिक्षा विभाग के अफसरों ने कोई बदलाव नहीं किया. न तो विद्यालयों को बंद किया गया और न शिक्षकों की पोस्टिंग बदली गई. हरदुआ में तीन शिक्षक हैं और हिनौता में एक शिक्षक की पदस्थापना है.
स्टैंडिंग आर्डर फिर भी पालन नहीं
बताया जाता है कि जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या शून्य है. उन्हें व्यवस्था के तहत अन्य स्कूलों में भेजने तथा युक्ति-युक्तिकरण की कार्रवाई करने के निर्देश जारी हैं. संकुल प्राचार्यों को इस बात का जिम्मा है. लेकिन कन्या बिरसिंहपुर के संकुल प्राचार्य के द्वारा उसका पालन नहीं किया गया.
बीआरसी का दावा, तीन को अन्य जगह भेजा गया एचएम का क्लियर नहीं
छात्र विहीन स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टिंग रहने के मामले में जब मझगवां के बीआरसी जगतेन्द्रमणि से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हिनौता प्राथमिक शाला के शिक्षक विजय कुमार वर्मा और हरदुआ के रामप्रभात त्रिपाठी की कार्य व्यवस्था के तहत प्राथमिक बालक शाला बिरसिंहपुर में भेजा गया है. जबकि अशोक त्रिपाठी को उचवा टोला में शैक्षणिक सहयोग के लिए अटैच किया गया है. वहीं हेडमास्टर विनीता सिंह के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में क्लियर जानकारी नहीं है कि कहां पदस्थ किया गया है.