छत्तीसगढ़ प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर प्रदेश के कई जिलों की महिलाओं ने पदयात्रा प्रारंभ की है. इस पदयात्रा की शुरुआत राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर परिसर से पूजा अर्चना पश्चात की गई है. आज यह पदयात्रा राजनांदगांव शहर पहुंची है, जहां अन्य महिलाओं ने इस पर यात्रा का स्वागत किया. छत्तीसगढ़ प्रदेश में शराब के नशे का कारोबार काफी फल-फूल रहा है. शराब की वजह से सड़क हादसों से लेकर कई अपराधी घटनाएं होती है. जिसे मद्देनजर रखते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलग-अलग कई जिलों से महिलाओं ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा का आगाज राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी के मंदिर से पूजा अर्चना पश्चात किया है.
13 जुलाई से महिलाओं ने "मातृशक्ति के सम्मान में छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी" पदयात्रा निकाली है. आज यह पदयात्रा राजनांदगांव पहुंची. इस दौरान महिलाओं ने कहा कि महिलाओं के साथ अत्याचार, बेटियों से छेड़छाड़, सड़क हादसे और अपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसमें कहीं ना कहीं शराब भी एक कारण है.
प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करके अपराधिक मामलों में कमी लाने के साथ ही महिलाओं का सम्मान बढ़ाया जा सकता है. शराबबंदी को लेकर पदयात्रा निकाल रही दुर्ग की लक्ष्मी साहू और श्रीमती निर्मला रजक ने मुख्यमंत्री को पिता स्वरूप मानते हुए कहा कि वह सब घोषणा पूरी कर रहे हैं, तो हमें उम्मीद है कि यहां मांग भी पूरी होगी. महिलाओं ने कहा कि 18 तारीख को विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्ण शराबबंदी की घोषणा करें यह अपील हम कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ प्रदेश में शराबबंदी की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है. कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में भी शराबबंदी का जिक्र शामिल है, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में शराबबंदी नहीं हुई है. अब महिलाओं ने गैर राजनीतिक तरीके से गांधीवादी विचारधारा के अनुरूप पदयात्रा को अपनाकर शराबबंदी की मांग प्रदेश सरकार से की है. 13 जुलाई से शराबबंदी की मांग को लेकर यह पदयात्रा मां बमलेश्वरी की नगरी डोंगरगढ़ से प्रारंभ होकर 16 जुलाई को मुख्यमंत्री निवास पहुंचेगी. जहां महिलाएं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग करेंगी. इस शराबबंदी पदयात्रा में 2 दर्जन से अधिक महिलाएं शामिल है. वहीं जिस नगर व जिले से पदयात्रा गुजर रही है वह भी महिलाओं का समर्थन इस पदयात्रा को मिल रहा है.