Amrit Bharat Station Scheme: विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए देश में परिवर्तन तीव्र गति से और स्पष्ट रूप से हो रहा है, जिसे हर नागरिक और आगंतुक सहजता से देख और अनुभव कर सकते हैं. यह विकास अब केवल नीतियों और राजनीतिक भाषणों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भवनों, सड़कों और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. देश में बने एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते हुए यह महसूस होता है कि राज्यों के बीच संपर्क में सुधार हुआ है और यात्रा अधिक सुगम हो गई है. इसका उदाहरण वे आधुनिक हवाई अड्डे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों से मेल खाते हुए भारत को एक वैश्विक पहचान दिलाते हैं. यह परिवर्तन स्मार्ट शहरों के निर्माण के हिस्से के रूप में हो रहा है, जहां आधुनिक तकनीक, स्मार्ट भवनों और दीर्घकालिक योजनाओं के माध्यम से विकास को गति मिल रही है.
5. बढ़िया लगिस!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 20, 2025
Chhattisgarh🚉Amrit Stations: Ambikapur, Bhanupratappur, Bhilai, Dongargarh, Urkura pic.twitter.com/IvoLN9d80g
17. क्या बात!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 20, 2025
Uttar Pradesh 🚉 Amrit Stations: Balrampur, Bareilly city, Bijnor, Fatehabad, Gola Gokarannath, Goverdhan, Govindpuri, Hathras City, Idgah Agra Jn., Izzatnagar, Karchana, Mailani Jn., Pokhrayan, Ramghat Halt, Saharanpur Jn., Siddharthnagar, Suraimanpur,… pic.twitter.com/MGCjgsCAJH
अमृत भारत स्टेशन परियोजना इस बदलाव का केंद्र बिंदु है. भारतीय रेलवे की अगुवाई में, इस परियोजना के तहत देशभर में 1,300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. यह सिर्फ भौतिक संरचनाओं और तकनीकी सुविधाओं को जोड़ने का काम नहीं, बल्कि यह भारत के सार्वजनिक स्थानों के प्रति दृष्टिकोण को बदलने की दिशा में एक कदम है.
इस परियोजना का उद्देश्य है कि रेलवे स्टेशनों को न केवल यात्री सुविधाओं के रूप में बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाए. पहले जहां रेलवे स्टेशन केवल एक बडे़ पैमाने पर यात्रियों के आवागमन के स्थान होते थे, अब ये शहरों की पहचान और जीवनशैली के प्रतीक बन गए हैं. इन स्टेशनों को अब एक नए दृष्टिकोण से डिजाइन किया जा रहा है, जहां केवल ट्रेनों का संचालन ही नहीं, बल्कि लोगों के अन्य आवश्यक कामकाज भी पूरे होते हैं.
9. झारखंड के अमृत स्टेशन!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 20, 2025
🚉 Amrit Stations: Govindpur Road, Rajmahal, Shankarpur pic.twitter.com/Tw2a1sE7yu
इसमें छोटे बदलावों से कहीं ज्यादा, रेलवे स्टेशनों को एक जीवंत सार्वजनिक स्थल में बदलने की प्रक्रिया है, जो परिवहन, खरीदारी, पर्यटन और सामाजिक मिलन केंद्र के रूप में कार्य करता है. अब इन स्टेशनों का डिज़ाइन ऐसी योजनाओं पर आधारित है, जो यात्रियों के आराम और उनकी सभी आवश्यकताओं का ख्याल रखे.
13. झक्कास
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 20, 2025
Maharashtra🚉Amrit Stations: Amgaon, Chanda Fort, Chinchpokli, Devlali, Dhule, Kedgaon, Lasalgaon, Lonand Jn., Matunga, Murtizapur Jn., Netaji Subhash Chandra Bose Itwari Jn., Parel, Savda, Shahad, Wadala Road pic.twitter.com/H3keH0fDuU
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए दिव्यांगजनों और वृद्धों के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर और विशेष रास्ते बनाए जा रहे हैं. स्टेशन अब केवल आवागमन का स्थान नहीं रहेंगे, बल्कि वे सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र भी बनेंगे, जहाँ लोग सिर्फ यात्रा करने के लिए नहीं, बल्कि आनंद और विश्राम के लिए भी आएंगे.
अमृत भारत स्टेशन परियोजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को आधुनिक, खुला और सभी के लिए सुलभ स्थान बनाना है, जहां हर व्यक्ति अपनी जरूरतों और अनुभवों के अनुसार सुविधाओं का लाभ उठा सके. इस परियोजना के माध्यम से भारतीय रेलवे की सोच में महत्वपूर्ण बदलाव आ रहा है, जहां यात्रा के स्थान को एक नए और समग्र दृष्टिकोण से देखा जा रहा है.
लेखिका, जया वर्मा सिन्हा भारतीय रेल की पूर्व अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं.