
Madhya Pradesh Hindi News: मध्य प्रदेश के इंदौर में गलियों का नाम (Indore Streets Name Change) बदलने का मामला सामने आया है. चंदन नगर क्षेत्र में पार्षद फातिमा रफीक खान ने नगर निगम की अनुमति के बिना ही गलियों के नाम बदल दिए और नए साइन बोर्ड लगा दिया. इसे देख कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गी के बेटे व इंदौर के पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गी ने निगम आयुक्त को एक पत्र लिखकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है. पत्र में उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेने की बात कही और तुरंत कार्रवाई की मांग रखी है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो आगे चलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

इस मामले पर इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव का भी बयान आया है. उन्होंने गलियों के नामों को बदलना असंवैधानिक बताया है. साथ ही कहा कि इस तरह की असंवैधानिक प्रक्रिया को करने वाले पार्षद पर एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही लगाए गए सभी अवैध बोर्ड को हटाने को कहा गया है.

बता दें कि चंदन नगर क्षेत्र में कई वार्डों के नाम चेंज किए गए थे, लेकिन पार्षद ने फिर से पुराने नाम के बोर्ड लगाए हैं. पार्षद ने निगम एमआईसी (मेयर इन काउंसिल सदस्य) से अनुमति लिए बिना गलियों के नाम बदले है.

पूर्व विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनवर कादरी पर लगाए आरोप
इंदौर के पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोषी पर कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई ऐसा दुस्साहस न कर सकें. गलियों के नाम बदलने में उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया है. अनवर कादरी को लेकर उन्होंने दावा किया कि वो सदर बाजार के हिंदू परिवारों को पलायन के लिए मजबूर करता था. कादरी अभी लव जिहाद फंडिंग मामले में भी फरार चल रहा है, जिसकी इंदौर पुलिस तलाश कर रही है. बोर्ड हटाए जाने के बाद उन्होंने महापौर को धन्यवाद दिया है.
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