MP News in Hindi : बुरहानपुर दीपावली पर 5 दिन की छुट्टी के बाद आज मंडी खुली. व्यापारियों को उम्मीद थी कि 5 दिन बाद किसान बड़ी मात्रा में सोयाबीन और मक्का लेकर मंडी आएंगे. लेकिन उम्मीद से कम किसान पहुंचे. 25 साल बाद बुरहानपुर जिले में सोयाबीन की समर्थन मूल्य पर खरीदी हो रही है. 25 अक्टूबर से यह खरीदी शुरू हुई. लेकिन अब तक एक भी दाना समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा गया है. समर्थन मूल्य पर खरीदी करने वाले एजेंसी के प्रतिनिधियों की मानें तो, किसान केवल सोयाबीन के सैंपल जांच के लिए ला रहे हैं. लेकिन सोयाबीन में नमी ज़्यादा होने के चलते यह सरकार के मापदंडों पर खरा नहीं उतर रहा. किसान नमी कम करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उन्हें समर्थन मूल्य मिल सके.
बेमौसम बारिश से नमी में बढ़ोतरी
कुछ दिनों पहले बेमौसम बारिश हुई. इस बारिश से खेत में खड़ी सोयाबीन और खुले में रखी सोयाबीन में नमी बढ़ गई. इसके चलते किसान मंडी में अपनी सोयाबीन बेचने नहीं आ रहे हैं. जो किसान मंडी आ भी रहे हैं, वे कह रहे हैं कि उनके पास स्टोरेज की व्यवस्था नहीं है. उन्हें पैसों की भी जरूरत है. इसलिए वे कम भाव में ही सोयाबीन बेच रहे हैं.
मंडी में सोयाबीन की कीमत क्या ?
बुरहानपुर मंडी में पांच दिन पहले एक ही दिन में 725 क्विंटल सोयाबीन बिकी थी. इस कारण उम्मीद थी कि छुट्टी के बाद किसान बड़ी मात्रा में सोयाबीन बेचने के लिए आएंगे. लेकिन सोमवार को मंडी में औसत मात्रा में ही किसान आए. मंडी में सोयाबीन का न्यूनतम भाव 2121 रुपए प्रति क्विंटल और अधिकतम 4320 रुपए प्रति क्विंटल रहा. सरकार ने सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4800 रुपए तय किया है. किसानों का कहना है कि सोयाबीन में नमी ज़्यादा है. इसलिए समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो सकेगी. किसानों के पास स्टोरेज की सुविधा नहीं है और उन्हें पैसों की जरूरत है. इसलिए वे कम दाम में ही सोयाबीन बेच रहे हैं.
500 क्विंटल सोयाबीन पहुंची मंडी
मंडी से मिली जानकारी के अनुसार, 5 दिन की छुट्टी के बाद सोमवार को नीलामी शुरू हुई. मंडी में 500 क्विंटल से ज़्यादा सोयाबीन नीलाम हुई. किसानों को न्यूनतम 2121 रुपए प्रति क्विंटल और अधिकतम 4320 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिला. यह रेट समर्थन मूल्य से काफी कम है.
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