
विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav 2023) से दूरी बनाने के बाद पहली बार प्रदेश की खेलमंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) बुधवार, 01 नवंबर को राजमाता विजयाराजे सिंधिया के 104वीं जयंती पर ग्वालियर पहुंची और अपनी मां की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान यशोधरा राजे काफी भावुक हो गईं. वहीं श्रद्धांजलि सभा में यशोधरा राजे के अलावा भाजपा (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे, पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी माया सिंह मौजूद रहीं.
यशोधरा राजे ने कहा कि यह एक समय होता है जब राजमाता जी के सभी शुभचिंतक उनसे प्रेरणा लेते हैं. इनमें ऐसे भी हैं जो सिर्फ पॉलिटिक्स से जुड़े नहीं हैं वो राजमाता साहब की जीवन शैली की प्रेरणा लेकर काम करते है. इन सभी को मैं इस खास पर बुलाती हूं और जो आते हैं वो श्रद्धा से आते हैं.
यशोधरा ने आगे कहा कि मैं अम्मा महाराज से नैतिक मूल्यों की प्रेरणा लेकर काम करती हूं. जहां तक विधानसभा चुनाव का सवाल है तो मैंने अगस्त में ही संगठन को बता दिया था कि मुझे मई में चौथी बार कोरोना हुआ . मैं इससे रिकवर नहीं हो पाई थी, क्योंकि मेरे पास विभागों का काम था. शिवपुरी शहर और ग्रामीण में पेंडिंग पड़े काम भी निपटाने थे और बदन मेरा साथ नहीं दे रहा था. उन्होंने कहा कि मैं मेहनत करती हूं और चुनाव में भी प्रचार करना पड़ता है और ये मेरे से हो नहीं पा रहा था इसलिए मैंने विधानसभा चुनाव से दूरी बना ली. कुर्सी किसी और की बन जाये ये भी दिखा देनी चाहिए. ये कुर्सी हमेशा नहीं रहेगी.
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भाजपा का प्रचार न करने पर ये दिया जवाब
यशोधरा राजे से जब पूछा कि क्या वो प्रचार करेंगी तो उन्होंने कहा कि अगर मुझे प्रचार करना होता तो मैं अपने ही प्रचार-प्रसार में निकलती. उन्होंने कहा कि माहौल अच्छा है. हमारे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दौरे कर रहे हैं. माहौल और भी अच्छा होगा.
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