
World Environment Day 2025: विश्व पर्यावरण दिवस यानी 5 जून को उज्जैन में 'स्पिरिचुअल एंड वेलनेस समिट' (Spiritual and Wellness Summit) का आयोजन किया जायेगा. इस समिट का उद्देश्य मध्यप्रदेश को वैश्विक वेलनेस हब के रूप में स्थापित करना तथा उज्जैन को वेलनेस सेक्टर की प्रमुख केंद्रस्थली के रूप में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना है. इस आयोजन के माध्यम से योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, जनजागरूकता, आध्यात्मिकता तथा वेलनेस आधारित उद्योगों में निवेश और सहयोग को प्रोत्साहित करने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
Experience the first ever Spiritual & Wellness Summit 2025 in #Ujjain
— Industry Policy & Investment Promotion Department (@Industryminist1) June 2, 2025
Join global visionaries, spiritual leaders, Wellness pioneers and policy makers.
Date : 5th May 2025
Venue : #Ujjain @DrMohanYadav51@CMMadhyaPradesh#SpiritualWellnessSummit2025 #MadhyaPradesh pic.twitter.com/2seqJzOdU4
वेलनेस सेक्टर के विभिन्न विषयों पर होगी चर्चा
समिट में वेलनेस सेक्टर के विकास, नीति-निर्माण, सार्वजनिक-निजी भागीदारी, सस्टेनेबल वेलनेस इन्फ्रास्ट्रक्चर और निवेश संभावनाओं पर आधारित उच्चस्तरीय पैनल चर्चाएं होंगी. सत्र की शुरुआत "आईडयटिंग द पार्टनरशिप मॉडल" विषय पर पैनल चर्चा के साथ होगी. जिसमें विषय-विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे. कैसे नीतियाँ वेलनेस उद्योग को निवेश और सहयोग के लिए प्रेरित कर सकती हैं पर यह सत्र वेलनेस इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने, गुणवत्ता मानकों को बेहतर बनाने और विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में सहायक होगी. इसके पश्चात "वेलनेस इकोसिस्टम और वर्कफोर्स डेव्लपमेंट" पर पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी, जहां विशेषज्ञ पारंपरिक औषधीय प्रणालियों के समावेश, अनुसंधान में निवेश की आवश्यकता और आधुनिक चिकित्सा के साथ तालमेल जैसे पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे. साथ ही एक विशेष फायरसाइड चैट सत्र "वेलनेस के लिए एक नई सोच" विषय पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ संवाद भी प्रस्तावित है.
यह समिट मध्यप्रदेश को भारत एवं विश्व के वेलनेस मानचित्र पर स्थापित करने, वेलनेस क्षेत्र में नीति, नवाचार और निवेश के त्रिसूत्रीय मार्गदर्शन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. समिट में भाग लेने के लिए वेलनेस क्षेत्र से जुड़े प्रतिभागी invest.mp.gov.in पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
यह समिट, मुख्यमंत्री डॉ. यादव की 'उद्योग एवं रोजगार वर्ष- 2025' की पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देना, औद्योगिक विस्तार को प्रोत्साहित करना और व्यापक स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित करना है. इस दिशा में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा प्रदेश में, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विभिन्न अवसरों पर निवेश संवर्धन, कौशल विकास एवं रोजगार आधारित कार्यशालाएं, एक्सपो एवं कॉन्क्लेव आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
इस साल पर्यावरण दिवस की थीम World Environment Day 2025 Theme
इस वर्ष के पर्यावरण दिवस का विषय “प्लास्टिक प्रदूषण का उन्मूलन'' पर आधारित रहेगा. मध्य प्रदेश में इस वर्ष “एक पेड़ माँ के नाम'' अभियान 2.0 का शुभारंभ किया जायेगा, यह अभियान 30 सितम्बर तक चलाया जायेगा. अभियान में जन-सहयोग से पौध-रोपण किया जायेगा. पर्यावरण दिवस पर राज्य स्तरीय मध्यप्रदेश वार्षिक पर्यावरण पुरस्कार भी दिए जाएंगे.
पर्यावरण दिवस का महत्व World Environment Day 2025 Significance
विश्व पर्यावरण दिवस एक वैश्विक कार्यक्रम है जिसे पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 5 जून को मनाया जाता है. जिस परिवेश में हम रहते हैं उसे पर्यावरण कहते हैं. अगर हमारा पर्यावरण सुरक्षित नहीं होगा तो हमारी सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह लग जाएगा. जिस हवा में हम सांस ले रहे हैं, जो पानी पी रहे हैं, जिन चीजों का उपभोग कर रहे हैं वे सभी हमारे पर्यावरण के अंतर्गत आती हैं. ऐसे में पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) का महत्व बढ़ जाता है. पर्यावरण संरक्षण का मतलब है अपने पर्यावरण की सुरक्षा. इस साल का होस्ट देश रिपब्लिक ऑफ कोरिया है.
The air we breathe, the food we eat, the water we drink.
— UN Environment Programme (@UNEP) June 3, 2025
Microplastics are everywhere, and now in our bodies.
One thing we know? They don't belong there.
This #WorldEnvironmentDay, let's come together to take action and #BeatPlasticPollution:https://t.co/e2SY5xwAG5 pic.twitter.com/OhQN69mdHB
पर्यावरण दिवस का इतिहास World Environment Day 2025 History
संयुक्त राष्ट्र सभा ने वर्ष 1972 में विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना की थी, यह तारीख पर्यावरण पर स्टॉकहोम कन्वेंशन के पहले दिन की याद में रखी गई थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने साल 1972 में स्टॉकहोम कोंफ्रेस के दौरान 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस घोषित किया था. यह विश्व की पहली कोंफ्रेंस थी जिसमें पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर बात हुई थी. UNEP का गठन भी इसी साल हुआ था. इसके अगले साल यानी 1973 में पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था. पहले साल की थीम (Theme) 'ऑनली वन अर्थ' यानी 'सिर्फ एक पृथ्वी' थी.
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