
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक फर्जी अस्पताल (Fake Hospital) में झोला छाप डॉक्टर की वजह से एक नवजात शिशु की मौत हो गई. घटना को लेकर हंगामा होने के बाद रविवार दोपहर स्वास्थ विभाग ने फर्जी अस्पताल को सील कर दिया, लेकिन डॉक्टर ओर दलाल फरार हो गए.
दरअसल, सदावल निवासी श्यामू बाई शनिवार को अपने बेटे संजू मालवीय की पत्नी को डिलीवरी के लिए चरक के सरकारी अस्पताल लेकर गई थीं. यहां से उन्हें माया मालवीय निजी अस्पताल में नॉर्मल डिलेवरी का वादा कर पांड्याखेड़ी स्थित फर्जी डॉक्टर तैयबा शेख के अस्पताल ले गई.
शिशु की मौत के बाद फरार हुआ डॉक्टर
शेख ने 10 हजार रुपये लेकर डिलीवरी करवा दी, लेकिन नवजात की स्थिति खराब होने पर उसे चरक अस्पताल भेज दिया. इस दौरान शिशु की मौत हुई तो शेख और माया फरार हो गए. नतीजतन परिजन रविवार को पंवासा थाने पहुंच गए. पता चलते ही स्वास्थ विभाग के आदेश पर माधव नगर अस्पताल प्रभारी डॉ विक्रम रघुवंशी ने शेख के अस्पताल पर छापा मार उसे सील कर दिया.
दलाली के कारण गई जान
पीड़ित की मां श्यामू बाई और पति संजू ने बताया कि वह डिलीवरी के लिए सरकारी अस्पताल चरक ले गए थे. यहां से उनकी रिश्तेदार माया निजी अस्पताल ले गई थी, लेकिन केस बिगड़ने के बाद भाग गई. बता दें कि चरक अस्पताल में काफी दलाल सक्रिय हैं, जो झांसा देकर मरीजों को निजी अस्पताल में ले जाते है. पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं और प्रशासन हमेशा इस पर अंकुश लगाने का दावा करता रहा है.
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