
बड़वानी जिले में अंजड़ थाना क्षेत्र के ग्राम मंडवाड़ा में सोमवार रात एक अज्ञात वन्यजीव ने तीन भाइयों के घर में बंधी 9 बकरा-बकरियों को बेरहमी से मार डाला. सुबह जब पशुपालक रोज की तरह अपने मवेशियों को देखने पहुंचे तो यह दिल दहला देने वाला दृश्य सामने आया. घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस मौके पर पहुंची.
घटना में तीनों भाइयों को लगभग ₹1.50 लाख का आर्थिक नुकसान हुआ है. जनपद अध्यक्ष मनोहर अवास्या और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. जनपद अध्यक्ष ने बताया कि इस क्षेत्र में वन्यजीवों का आतंक लगातार बढ़ रहा है. कभी मवेशी तो कभी इंसान, कोई भी सुरक्षित नहीं है.
वन विभाग ने किया निरीक्षण
डिप्टी रेंजर मुकीम खान, बीट गार्ड अनिल चौंगणे और पशु चिकित्सक डॉ. दिनेश पटेल ने घटना स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया. उन्होंने मौके पर वन्यजीव के पगमार्क पाए, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि यह हमला किसी हिंसक जंगली जानवर तेंदुए या गुलदार ने किया है.
गांव में पसरा डर और आक्रोश
इस दर्दनाक घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. लोगों का कहना है कि अब वे रात में घर से बाहर निकलने से भी डरते हैं.खेतों में खड़ी फसलें इन जंगली जानवरों के छिपने का माध्यम बन चुकी हैं और हमला कब, किस पर हो जाए—कहना मुश्किल है.
ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में तत्काल पिंजरे लगाए जाएं और गश्त बढ़ाई जाए. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि हम किसान लोग हैं, हमारी जीविका खेती और पालतू मवेशियों पर टिकी है. जब हमारे मवेशी ही सुरक्षित नहीं हैं तो हम कैसे चैन से जी पाएंगे?
पहले भी हो चुके हैं हमले
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी इसी क्षेत्र में एक बालिका को तेंदुए ने शिकार बना लिया था. उस आदमखोर तेंदुए को पकड़कर भोपाल वन विहार भेज दिया था और हाल ही में उसके दो शावकों को भी रेस्क्यू किया गया है. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि जंगल में अब भी कई हिंसक वन्यजीव सक्रिय हैं, जो आम जनता और पालतू मवेशियों के लिए लगातार खतरा बने हुए हैं.