MP News : मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले का एक लाचर पिता आईजी दफ्तर पहुंचा है. पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी किशोर बेटी का अपहरण करके, धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया. पीड़िता के पिता विश्वनाथ गुप्ता, ने इस मामले में लौर थाना पुलिस, जिला प्रशासन पर भी गंभीर लापरवाही और पक्षपात का आरोप लगाया है. घटना 2 जनवरी की शाम की है, जब ईमान अली अंसारी नामक व्यक्ति ने कथित तौर पर लड़की को अगवा किया. परिजनों का दावा है कि लड़की को पहले से साजिश के तहत गायब किया गया था. ये मामला जिले के सीतापुर गांव का है.
आरोपी ने दी परिजनों को जान से मारने की धमकी
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस न केवल निष्क्रिय रही, बल्कि उनके साथ अनुचित व्यवहार भी किया गया. जब शिकायत दर्ज कराने के लिए लौर थाना पहुंचे, तो थाना प्रभारी ने उन्हें अपमानित कर भगा दिया. पिता ने बताया कि पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लेने के बजाय बहाने बाजी की. घटना को टालने का प्रयास किया. इस दौरान, आरोपी और उनके परिवार ने पीड़िता के परिजनों को जान से मारने की धमकी दी.विश्वनाथ गुप्ता का कहना है कि उनका पूरा परिवार दहशत में है, वे कई दिनों से अपनी बेटी की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं. लेकिन प्रशासन की बेरुखी ने उनकी उम्मीदों को तोड़ दिया.
पुलिस पर गंभीर आरोप
घटना के तीन दिन बाद भी पीड़िता का कोई पता नहीं लग पाया, जबकि इसकी शिकायत थाने में परिजनों द्वारा दी जा चुकी थी. आरोप है कि ईमान अली अंसारी और उसके सहयोगियों पर कार्रवाई करने के बजाय, पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है.आरोपी परिवार द्वारा दी गई धमकियों के बावजूद पुलिस ने कोई सुरक्षा के कदम नहीं उठाए.
ये भी पढ़ें- हर किसी को रहती है यहां मशहूर Rumali Roti रोटी की चाव, महाराष्ट्र, गुजरात समेत अरब देशों तक जाते हैं कारीगर
लोगों में काफी आक्रोश
ग्रामीणों ने भी पुलिस और प्रशासन के रवैये की कड़ी निंदा की है. लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में प्रशासन की लापरवाही अपराधियों को बढ़ावा देती है और न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है.
जानें इस मामले में क्या बोले लौर थाना प्रभारी
इस मामले पर NDTV ने जब लौर थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर से बात कि तो उन्होंने कहा- किशोरी युवती के अपहरण की बात सामने निकल कर नहीं आई है. दरअसल, पीड़िता के घर के सामने मुस्लिम परिवार भी निवास करता है. जब भी घर में किसी बात को लेकर कहासुनी हो जाती थी, तो नाबालिक युवती मुस्लिम परिवार के घरों में चली जाती थी, जिससे पीड़िता के परिजनों को ऐसा लगता था कि हमारी बेटी को जबरदस्ती बहला फुसलाकर धर्मांतरण करवाया गया है. हालांकि, पुलिस ने दो दिनों से सुरक्षित स्थान वन स्टाफ सेंटर में किशोरी युवती को रखा हुआ है. पूर्व में नाबालिक युवती ने एसपी कार्यालय में जाकर अपने पिता द्वारा प्रताड़ित होने की शिकायत दर्ज कराई थी.
ये भी पढ़ें- 'घंटो की पिटाई, फिर पिलाई पेशाब...', रात में सो रहे सहरिया परिवार पर दबंगों का आतंक