
Lok Sabha Elections 2024: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह में मध्यप्रदेश के बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए टारगेट सेट कर दिया है. रविवार को उन्होंने राज्य का मैराथन दौरा किया और हजारों बूथ कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया. इस दौरान बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले शाह ने कांग्रेस की तुलना कौरवों से की और लोकसभा चुनावों को कौरव बनाम पांडव बताते हुए हुए चुनावी शंखनाद कर दिया.अमित शाह ने ग्वालियर के रास्ते मध्यप्रदेश में 29 सीटों पर जीत का लक्ष्य तय किया. ऐसे में समझऩा जरूरी है कि ग्वालियर से एंट्री के सियासी मायने क्या हैं. पहले इस पर निगाह डाल लेते हैं कि अमित शाह राज्य में कहां-कहां गए और वहां बीजेपी की स्थिति क्या है?

मध्यप्रदेश दौरे की शुरूआत गृहमंत्री अमित शाह ने ग्वालियर और चंबल क्लस्टर प्रबंध समिति के साथ बैठक की जहां उन्होंने कहा मुझे मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटें भाजपा के लिए चाहिए,हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाना है, इसके बाद प्रचंड जीत हमारी होगी.उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि बीजेपी को मध्य प्रदेश में अजेय होना चाहिए, जैसे वह गुजरात में अजेय हो गई है.
इसके अलावा खजुराहो में बूथ समिति कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा आज मैं यहां 23 हजार बूथ कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के लिए आया हूं, यह विजय का संकल्प लेने का सम्मेलन है, मोदी जी के नेतृत्व में 400 से ज्यादा सीटें लेकर सरकार बनाने का संकल्प लेने का सम्मेलन है. इस बार मोदी जी ने 400 पार का लक्ष्य तय किया है और यह लक्ष्य बूथ के कार्यकर्ताओं के बिना हासिल नहीं हो सकता.इसके बाद भोपाल में प्रबुद्धजनों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, '100 करोड़ मतदाता इस साल भारत का भविष्य तय करेंगे. हमने चुनाव को कभी सत्ता प्राप्त करने का जरिया नहीं माना है. बल्कि इसे हमेशा लोकतंत्र का उत्सव और जनसंपर्क का जरिया माना है. आप लोगों की जिम्मेदारी वोट देने के साथ-साथ जनमत बनाने की भी है.
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