चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद से हर भारतीय को खुद पर गर्व हो रहा है. इतने बड़े मिशन में अपना योगदान देने वाले युवा वैज्ञानिक ओम पांडे अपने पैतृक गांव करसरा पहुंचे. इस दौरान उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. कोठी कस्बे से लेकर उनके गांव तक युवाओं की टोली ने बाइक रैली निकालकर उनकी अगवानी की. यही नहीं, फूल मालाओं के साथ उनका शानदार स्वागत भी किया. बताते चलें ओम पांडे सतना के युवा वैज्ञानिक हैं.
चंद्रयान-3 की सफलता पर जाहिर की खुशी
अपने गांव पहुंचने के बाद ओम पांडे ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए चंद्रयान-3 की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे देश के लिए गौरव का क्षण है. इसी दौरान उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शिक्षा ही एकमात्र संसाधन है जिसके जरिए किसी भी क्षेत्र में उपलब्धि हासिल की जा सकती है. उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा कि मेरे मन में अपने लक्ष्य को लेकर कोई संशय नहीं था और इसी पर फोकस करते हुए मैं पढ़ाई करता रहा और आज मुझे इतने बड़े अभियान से जुड़ने का अवसर मिला.
स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने की बात कही
साइंटिस्ट ओम पांडे ने अपने गांव करसरा में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सुधार की बात कही. उन्होंने कहा कि गांव में बाकी सब चीज तो ठीक है लेकिन मिनी पीएचसी को पीएचसी में बदल दिया जाए तो यहां लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी. इसी दौरान उन्होंने कहा कि उनकी इस सफलता के पीछे सभी का सहयोग है. उनके माता-पिता,गुरुजन साथ में काम करने वाले वरिष्ठ सहयोगी एवं अन्य लोग जिनके मार्गदर्शन पर काम करते हुए आज उन्हें यह मकाम हासिल हुआ है.
देश भक्ति गीत से गूंज उठा गांव
ओम पांडे के स्वागत के लिए हजारों की संख्या में लोग एकत्र हो गए. वाहन रैली निकालकर स्वागत किया गया. इसी दौरान देशभक्ति के गानों की गूंज सुनाई देती रही. थोड़ी देर के लिए करसरा गांव का माहौल एकदम बदला हुआ दिखाई दिया. गांव में हर व्यक्ति ओम पांडे से मिलने को लेकर आतुर था और वह अधिक से अधिक समय उनके पास बिताने की कोशिश कर रहा था.
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