Vomiting and diarrhea created chaos in Raisen: रायसेन जिले की तहसील सिलवानी के गांव तिनघरा में उल्टी दस्त से हड़कंप मच गया है. एक ही गांव के करीब 80 लोग इस बीमारी के शिकार हो गए हैं और सभी उल्टी दस्त के चलते अस्पताल में पहुंच गए हैं. हालांकि इस बीच गांव में पांच लोगों की मौत की खबर ने प्रशासन को खौफ में डाल दिया है. वहीं अधिकारियों की दौड़ गांव की ओर लग गई है. साथ ही कई डॉक्टर्स भी तैनात किए गए हैं.
दूषित पानी बना उल्टी दस्त का कारण
अधिकारियों के मुताबिक, तिलघरा ग्राम में करीब 80 लोग हैजा से पीड़ित होने की खबर मिली थी. जिसके बाद रायसेन के आला अधिकारी गांव में पहुंचकर जांच पड़ताल की तो पता चला कि गांव में इस बीमारी के फैलने का सबसे बड़ा कारण बदलता मौसम है. वहीं दूसरा कारण दूषित पानी है. हालांकि पानी की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं.
कलेक्टर ने गठित की टीम
उल्टी दस्त की बीमारी की खबर लगते ही पूरा प्रशासनिक अमला गांव तिनघरा पहुंचे. वहीं 24 घंटे के लिए डॉक्टर्स भी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा ग्राम में स्पेशल ओपीडी भी शुरू की गई है, जिसमें ग्रामीण के स्वास्थ्य जांच परीक्षण किया जा सके. साथ ही उल्टी दस्त से ग्रसित मरीजों को स्पेशल टिटमेंट भी दिया जा रहा है.
हैजा से नहीं हुई किसी की मौत
पिछले 24 घंटे से रायसेन जिले के अमला अधिकारी खौफ में हैं. इस बीच खबर सामने आई कि गांव के 5 लोगों की हैजा से मौत हो गई है. हालांकि अधिकारियों ने हैजा से मौत की खबरों को नकार दिया है.
दिनेश खत्री ने बताया कि गांव में हैजा फैला है. उसके लिए हमारे द्वारा टीम का गठन किया जा रहा है. सभी को हैजा है ऐसा भी नहीं है. कुछ लोग वायरल के शिकार हैं. यह भी कहना गलत है कि इन 5 लोगों की मौत हैजा बीमारी के चलते हुई है. यह नॉर्मल मौत है. हमने जांच पड़ताल की है, जिसमें साफ हो गया है कि बीमारी के चलते किसी की जान नहीं गई है.
ये भी पढ़े: ड्रॉप आउट बच्चे को लेकर जिला कलेक्टर सख्त, DEO को दिए ये निर्देश