Dangerous Well: सीहोर जिले में मंगलवार को बसा का इंजतार कर रही एक मां का बच्चा हाथ से छुड़ाकर पास बने बिना मुंडेर वाले कुएं में गिर गया. हादसा इतना भयानक था कि मासूम की जान पर बन आई थी, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए कुएं में गिरे तीन वर्षीय मासूम को सुरक्षित बाहर निकाल लिया वरना महिला की गोद सूनी हो जाती.
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तीन वर्षीय मासूम को लेकर बस का इंतजार कर रही थी मां
रिपोर्ट के मुताबिक मामला इछावर का है, जहां एक मां अपने तीन वर्षीय मासूम को लेकर बस का इंतजार कर रही थी, लेकिन मासूम हाथ छुड़ाकर पास बने कुएं में गिर गया. लोग इसे ईश्वर का चमत्कार मान रहे हैं कि कुएं से बाहर निकाले गए मासूम को जरा सी भी चोट नहीं आई. सोशल मीडिया पर बच्चे को कुएं से ऊपर लाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
15 दिनों में बिना मुंडेर वाले कुएं में हादसे की तीसरी घटना
गौरतलब है पिछले 15 दिनों में बिना मुंडेर के कुएं में गिरने की यह तीसरी घटना है. जिले में मासूम बिना मुंडेर वाले कुएं में गिरकर अब तक एक मासूम सहित तीन लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन प्रशासन ने हादसे से कोई सबक नहीं लिया है. मंगलवार को सुरक्षित बचाए गए मासूम की जान ईश्वर ने बचाई वरना यह चौथी मौत होती.
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कुएं में गिरे अपने बच्चे को देख महिला के होश उड़ गए
इछावर थाना क्षेत्र के भाऊखेड़ी जोड़ निवासी महिला अपने तीन साल के बच्चे के साथ भाऊखेड़ी जोड़ पर थी. महिला सीहोर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी. इसी दौरान हाथ छुड़ाकर बच्चा पास में स्थित खुली मुंडेर के कुएं में जा गिरा. कुएं में गिरे अपने बच्चे को देख महिला के होश उड़ गए.
कुएं में नीचे उतरे ग्रामीण ने मासूम को सुरक्षित निकाला
आसपास मौजूद लोगों ने कुएं में गिरने की आवाज सुन कुएं की तरफ दौड़े, जहां महिला खड़ी होकर दहाड़ मारकर मासूम को बचाने की गुहार लगा रही थी. ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए मासूम को बचाने की कोशिश में जुट गए. रस्सी की मदद से कुएं में नीचे उतरे एक ग्रामीण ने बच्चे को सकुशल निकाल लिया.
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कुएं से निकाले गए मासूम के शरीर पर जरा भी चोट नहीं आई
हैरानी की बात यह रही कि कुएं से सुरक्षित बाहर निकाले गए गए बच्चे के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले. लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं. ग्रामीणों की मानें तो बिना मुंडेर के कुएं की बाउंड्री बनाने के लिए कई बार मांग की जा चुकी है, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी है. इस कारण बिना मुंडेर का कुआ हमेशा खतरा बना रहता है.
बिना मुंडेर वाले कुएं से टकराकर दो बाइक सवार की हुई मौत
उल्लेखनीय है लोगों की जान को दावत दे रहा बिना मुंडेर वाले कुएं में पहली घटना 30 अप्रैल और एक मई की रात को हुआ. जब रात के अंधेरे में एक बाइक पर सवार दो युवक टकराकर सीधे कुएं में जा गिरे थे. हादसे की जानकारी सुबह लगी, तब तक दोनों युवकों की मौत हो चुकी थी. हादसे में हनीफ खां सिराज की मौत हो गई थी.
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बिना मुंडेर वाले कुएं में डूबने से 8 वर्षीय बालक की मौत
बिना मुंडेर कुएं में वारदात का दूसरा मामला 11 मई को हुआ, जब सिद्दिकगंज हाटपिपलिया मार्ग स्थित टीपूपुरा गांव में रविवार को खेत पर बने कुएं में डूबने से 8 वर्षीय बालक की मौत हो गई. जिस कुएं में बच्चा डूबा उसकी मुंडेर तो थी, लेकिन दो जगह से टूटी हुई थी. खेल-खेल एक बच्चा कुएं में गिर गया. जब तक लोग बचाने पहुंचते उसकी मौत हो चुकी थी.