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UPSC Result 2024: पिता की मौत के बाद भी ग्वालियर की आयुषी ने नहीं मानी हार, 7वीं रैंक हासिल कर अब बनेंगी IAS

UPSC CSE Final Result: ग्वालियर की बेटी आयुषी बंसल ने यूपीएससी परीक्षा में बड़ी क़ामयाबी हासिल की है. उनकी ये सफलता कठिन चुनौतियों से भरी रही है. जानें, उन्होंने कैसे की यहां तक की डगर का सफर. 

UPSC Result 2024: पिता की मौत के बाद भी ग्वालियर की आयुषी ने नहीं मानी हार, 7वीं रैंक हासिल कर अब बनेंगी IAS

UPSC CSE Final Result 2024: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) की बेटी आयुषी बंसल (Ayushi Bansal) ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में शानदार छलांग लगाते हुए मंगलवार को घोषित किए गए फाइनल रिजल्ट में सातवीं रैंक हासिल की है. हालांकि, वह पहले भी दो बार यूपीएससी (UPSC) क्रैक कर चुकी हैं, लेकिन वे आईपीएस (IPS) ही बन पा रही थी. लिहाजा, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इस बार सातवी रेंक हासिल कर उन्होंने आख़िरकार अपना वह मुकाम पा लिया है, जिसके लिए वह संघर्ष कर रही थी.

आसान नहीं था यहां तक की यात्रा

ग्वालियर की आयुषी की आईएएस बनने की यह यात्रा आसान नहीं थी. उनके पिता भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत थे. घर में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था, लेकिन अचानक आयुषी के पिता का देहावसान हो गया. आयुषी की मां भी एलआईसी में कार्यरत थी. ऐसे में मां पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई थी. लेकिन उन्होंने इसे बखूबी निभाया. इसलिए आयुषी अपनी सफलता के लिए सारा श्रेय अपनी मां राधा बंसल को ही दे रही हैं. आयुषी ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की और फिर यूपीएससी की तैयारी में जुट गई थी. 

ऐसे पूरी की अपनी पढ़ाई

आयुषी बंसल की  शुरुआती पढ़ाई ग्वालियर में एक प्राइवेट कॉन्वेंट स्कूल में हुई थी. इसके बाद जब  हायर सेकेंडरी में आईं, तो आयुषी ने दिल्ली के एक नामी स्कूल से पढ़ाई करने की इच्छा अपनी मां से जताई. हालांकि, ये आसान नहीं था, क्योंकि आयुषी  कभी अकेले ग्वालियर से बाहर नहीं गई थीं और अब वह स्कूलिंग के राजधानी दिल्ली जाना चाहती थीं. मां की मंजूरी मिली, तो आयुषी पढ़ाई के लिए दिल्ली पहुंच गई. कड़ी मेहनत रंग लाई और अच्छी रैंक से पास हुई. फिर उन्होंने कानपुर आईआईटी से ग्रेजुएशन किया और आईपीएस बनने से पहले दो नामी कंपनियों में नौकरी  भी की. इसके बाद  आयुषी बंसल ने अपना फोकस   यूपीएससी पर किया.  इसके बाद सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC CSE) 2022 में उनका चयन हो गया. उन्होंने भारत में 188 वीं रैंक हासिल की थी. 

एक्सीडेंट में हो गई थी पिता की मौत

आयुषी के पिता संतोष बंसल एलआईसी में काम करते थे. जब वे छोटी थीं, उस दौरान डबरा की तरफ से बाइक से लौटते समय उनका एक्सीडेंट हो गया. आयुषी और उनकी मां तो इस एक्सीडेंट में सिर्फ घायल हुई, लेकिन आयुषी ने अपने पिता को खो दिया. उनके पिता के  निधन के बाद उनके स्थान पर मां को अनुकम्पा नियुक्ति मिली. पिता के गुजरने के बाद घर चलाने की जिम्मेदारी मां के कंधों पर थी. उनकी मां ने नौकरी के साथ ही घर और बच्चे तीनों  को संभाला. आयुषी कहती हैं कि उनसे ज्यादा मां के जीवन में संघर्ष रहा, जिन्होंने जमाने से लड़कर उन्हें पढ़ाया-लिखाया और इस काबिल बनाया. 

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बेटी की इस सफलता पर आयुषी की मां राधा बंसल ने टेलीफोनिक इंटरव्यू में एनडीटीवी से बातचीत करते हुए इसका श्रेय बेटी की कड़ी मेहनत और भगवान की कृपा को दिया. उन्होंने बताया कि आयुषी अभी आईपीएस की ट्रेनिंग में हैं और नक्सल इलाके में कही हैं, जहां मोबाइल भी नहीं है, इसलिए अभी उनसे संपर्क नहीं हो पाया है. 

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