MP News in Hindi: मोदी कैबिनेट ने बीते दिन ग्वालियर-चंबल संभाग को बड़ी सौगात दी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने ग्वालियर, आगरा 6 लेन हाईवे की स्वीकृति दे दी है. इसके बाद से लोगों में उत्साह है. शनिवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस मामले को लेकर पीएम नरेंद्र का आभार व्यक्त किया है.
4613 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा ये हाईवे
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में आज केंद्रीय मंत्री मंडल ने कैबिनेट में ग्वालियर को एक ऐतिहासिक सौगात दी है।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 2, 2024
मेरे अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री श्री @NitinGadkari जी ने '6 लेन आगरा - ग्वालियर नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर' की अनुमति देकर ग्वालियर वासियों की वर्षों से चली… pic.twitter.com/ty0r9kMpTf
सिंधिया ने कहा, मेरा 4 वर्ष का प्रयास सार्थक हो गया. इसमें सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सहयोग की सराहना भी की. ग्वालियर चंबल संभाग पर प्रधानमंत्री मोदी का सहयोग बना हुआ है. इस बैठक में ग्वालियर से आगरा तक 4613 करोड़ रुपये की लागत 6-लेन हाईवे की स्वीकृति प्रदान की गई. इस हाईवे निर्माण होने से ग्वालियर से आगरा की दूरी लगभग 34 किलोमीटर कम हो जायेगी.
इतने सालों में पूरी हो जाएगी परियोजना
सिंधिया ने बताया कि ढाई से 3 वर्ष में यह परियोजना पूरी हो जायेगी. इसमें 6 फ्लाईओवर, 8 ब्रिज भी निर्मित होंगे. इस मार्ग के निर्मित होने से दिल्ली-ग्वालियर के आवागमन में लगने वाले समय में अत्यधिक कमी आ जाएगी. सिंधिया शनिवार को दोपहर 1 बजे मुरैना के ऐंती पर्वत स्थित त्रेतायुगीन शनि मंदिर पर पहुंचे. सिंधिया ग्वालियर हवाई अड्डे से सड़क मार्ग द्वारा ऐंती पर्वत पहुंचे थे, विगत 4 वर्षों से वर्ष में एक बार भगवान शनिदेव की केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया निरंतर पूजा कर रहे हैं.
जानें क्यों खास है सिंधिया के लिए ये मंदिर
विगत 4 वर्ष पूर्व राजनैतिक उथल-पुथल के दौरान ही ज्योतिरादित्य सिंधिया भगवान शनिदेव की शरण में पहुंचे थे. भगवान शनिदेव की पूजा के बाद सिंधिया के राजनैतिक जीवन में स्थिरता के साथ उत्कृष्ट स्थान भी मिला है. भगवान शनिदेव को स्थायित्व व उत्कृष्ट सम्मान प्रदान करने के लिये सर्वोच्च देव के रूप में माना जाता है.
मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था
बता दें, सिंधिया के पूर्वजों द्वारा मुरैना के ऐंती पर्वत पर स्थित त्रेतायुगीन भगवान शनिदेव के मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था. सिंधिया के साथ पूर्व मंत्री इमरती देवी, गिर्राज डंडौतिया, रघुराज सिंह कंषाना, पूर्व विधायक रामबरन सिंह गुर्जर, राकेश मावई, हरिओम शर्मा, प्रदीप शर्मा जापथाप, ऐंदल मावई, आशुतोष शर्मा जोनारा सहित अनेक कार्यकर्ता रहे.
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