Kedarnath Cloud Burst: केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बुधवार की रात बादल फटने की वजह से शिवपुरी के 62 श्रद्धालु रास्ते में फंस गए थे, जिनमें से 50 श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला गया हैं. हालांकि अभी भी शिवपुरी के 12 श्रद्धालु केदारनाथ में फंस हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू का इंतजार है. केदारनाथ में फंसे हुए शिवपुरी के 12 श्रद्धालु जिले के बदरवास तहसील के रहने वाले हैं.
MP के 12 श्रद्धालु केदारनाथ से नहीं हो सका रेस्क्यू
वहीं इन श्रद्धालुओं के परिवार तीन दिन से उनकी सुरक्षित वापसी के इंतजार में हैं. हालांकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन श्रद्धालुओं को सुरक्षित शिवपुरी वापस लाने के लिए आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बावजूद इन श्रद्धालुओं का रेस्क्यू नहीं हो पा रहा है.
बता दें की केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बुधवार रात बादल फटने की वजह से दर्शन कर वापस लौट रहे शिवपुरी के 62 श्रद्धालु रास्ते में फंस गए थे, जिनमें से 50 श्रद्धालुओं गुरुवार को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला लिया गया, लेकिन रात अधिक होने की वजह से 12 श्रद्धालु केदारनाथ मार्ग पर फंसे रह गए.
मौसम साफ होते ही तेज किया जाएगा रेस्क्यू ऑपरेशन
उनका शुक्रवार शाम तक भी रेस्क्यू नहीं हो सका. वहीं शनिवार को सभी 12 श्रद्धालुओं के वापस लौटने का इंतजार है. हालांकि ये सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं और उनसे वायरलेस के जरिए संपर्क किया गया है. जानकारीके मुताबिक, बार-बार केदारनाथ का मौसम खराब हो रहा है जिसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित हो रहा है. सूत्रों कि माने तो मौसम साफ होते ही रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया जाएगा. हालांकि आज यानी शनिवार को उन्हें निकलने की संभावना जताई जा रही है.
बादल फटने के बाद केदारनाथ में फंसे श्रद्धालु
दरअसल, 24 जुलाई, 2024 को बदरवास से 62 लोगों का जत्था उतराखंड के लिए रवाना हुआ था. सभी श्रद्धालु आगामी 4 अगस्त से बद्रीनाथ में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन करने के लिए निकले थे. हालांकि कथा से वो सभी दर्शन के लिए केदारनाथ के लिए निकल गए. इसी दौरान 31 जुलाई की रात को केदारनाथ के गौरीकुंड से आवागमन वाले रास्ते पर बादल फट गया, जिसके बाद हुई भारी बारिश में मार्ग ढह गया. इस घटनाक्रम में बदरवास समेत देशभर से आए सभी श्रद्धालु मार्ग के दोनों और फंस गए.
12 श्रद्धालु केदारनाथ में सुरक्षित
घटना की जानकारी लगते ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की और फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालकर लाने का आग्रह किया था. जिसके बाद मध्य प्रदेश के 62 यात्रियों में से 50 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित रुद्रप्रयाग पहुंचाया गया, जबकि शेष 12 श्रद्धालु केदारनाथ में ही सुरक्षित है.
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