Mahakal Temple Ujjain News: केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) गुरुवार शाम क़रीब 5 बजे महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) पहुंचे. उन्होंने मंदिर परिसर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया. साथ आए मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत के साथ धोती सोला पहनकर मंदिर के गर्भ गृह में पहुंचे. यहां पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार कर उनसे पूजा करवाई, और बाबा का जलाभिषेक करवाया गया. इसके बाद सिंधिया ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मंदिर भव्य प्राचीन बना रहे, आधुनिकीकरण जरूरी है, लेकिन विरासत के आधार पर होना चाहिए. इसके लिए सीएम और सांसद से बात करूंगा. उन्होंने मंदिर में राजनैतिक बात करने से इनकार कर दिया.उनके साथ पूर्व विधायक राजेंद्र भारती भी मौजूद थे.
क्या बोले सिंधिया ?
मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया को बताया कि 1125 में मुगलों ने महाकाल मंदिर को नष्ट कर दिया था. बाद में उज्जैन ग्वालियर स्टेट की राजधानी बना. मेरा सौभाग्य है कि मेरे पूर्वज रानोजी महाराज ने मंदिर पुनः स्थापित किया था. जब भी उज्जैन आता हूं तो बिना दर्शन के नहीं जाता. यहां से शांति विश्वास ऊर्जा के साथ जाता हूं. इतना सुंदर महाकाल लोक बना है. यह अगले चरण में विश्व में सबसे विख्यात धार्मिक स्थल के रूप में विख्यात हो यही कामना है.
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बगलामुखी के किए दर्शन
सिंधिया अपनी मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया के निधन के बाद सिंधिया उज्जैन पहुंचे. इसके बाद नलखेड़ा में बगलामुखी माता मंदिर के दर्शन के लिए रवाना हो गए. वे इंदौर जाकर रात्रि विश्राम करेंगे. इस दौरान कुछ नेताओं से मुलाकात भी कर सकते हैं.
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